हरियाणा पुलिस के एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) ने 11 साल से लापता 20 वर्षीय युवक को उसके परिवार से मिलाया है. पुलिस का कहना है कि सतबीर उर्फ टार्जन नाम का लड़का साल 2013 में करनाल से लापता हो गया था. वह लखनऊ में मिला है. लड़के की मां से पूछताछ के बाद उसकी पहचान हो सकी.
एजेंसी के अनुसार, करनाल का रहने वाला लड़का साल 2013 में लापता हो गया था. उसकी मां ने उस समय पुलिस से मामले की शिकायत की थी. इसमें परिजनों ने कहा था कि सतबीर के हाथ पर कुत्ते के काटने का निशान और बाएं हाथ पर बंदर के काटने का निशान है.
हरियाणा पुलिस की एंटी-ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (AHTU) इस मामले की जांच पड़ताल में जुटी थी. सहायक उप-निरीक्षक राजेश कुमार के नेतृत्व में इस मामले की जांच शुरू की गई. उन्होंने दिल्ली, जयपुर, कोलकाता, मुंबई, कानपुर, शिमला और लखनऊ में बच्चों की देखभाल करने वाले संस्थानों में पोस्टर भेजे.
काफी समय तक खोजबीन की जाती रही. इसी बीच लखनऊ के एक सरकारी संस्थान के प्रतिनिधियों ने पुलिस से संपर्क किया और एक युवक के बारे में जानकारी दी. इसके बाद सतबीर की पहचान की पुष्टि होने पर उसे उसकी मां और भाई से मिलाया गया. पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने टीम की सराहना की. उन्होंने कहा कि ये एक बड़ा प्रयास था.
इससे पहले मई में एएसआई कुमार और उनकी टीम ने 29 साल के युवक को उसके परिवार से मिलाने में मदद की थी. ASI कुमार और उनकी टीम अब तक 800 से अधिक लापता व्यक्तियों को उनके परिवारों से मिला चुकी है.