सुपौल: सरायगढ़ प्रखंड अंतर्गत बनैनिया पंचायत स्थित मध्य विद्यालय औरही में मूलभूत सुविधाओं के घोर अभाव से नाराज़ छात्र-छात्राओं ने गुरुवार को पश्चिमी गाइड बांध पर बनी मुख्य सड़क को लगभग दो घंटे तक पूरी तरह जाम कर दिया. तेज़ धूप और उमस भरी गर्मी में सड़क पर खड़े बच्चों और उनके अभिभावकों ने विद्यालय की बदहाली के खिलाफ जमकर विरोध जताया.
बच्चों के अनुसार विद्यालय भवन में न तो पंखा है, न ही समुचित बैठने की व्यवस्था. भीषण गर्मी के चलते चार बच्चे बेहोश होकर विद्यालय प्रांगण में गिर गए. यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई और गुरुवार सुबह लगभग सभी छात्र-छात्राएं अपने अभिभावकों के साथ स्कूल नहीं जाकर सड़क पर उतर आए. छात्रों और अभिभावकों ने स्कूल प्रधान पर कई गंभीर आरोप लगाए, जिनमें मिड डे मील में अनियमितता, छात्रवृत्ति राशि में मनमानी, और समय पर समस्याओं का समाधान न करना प्रमुख रहा. सड़क जाम के कारण दो घंटे तक आमलोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा.
जाम की सूचना मिलते ही प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी शिव शंकर पंडित स्थल पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे बच्चों और उनके अभिभावकों को समझाकर शांत कराया. प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी ने विद्यालय प्रधान को निर्देश दिया कि शुक्रवार सुबह तक विद्यालय में पंखे की व्यवस्था की जाए और मिड डे मील की गुणवत्ता में तत्काल सुधार हो. उन्होंने स्वीकार किया कि विद्यालय में पंखे नहीं होने से बच्चों को पढ़ाई में दिक्कत हो रही है और फूस के अस्थायी ढांचे में पढ़ाई कराना बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा दोनों के के लिए परेशानी है. उन्होंने बताया कि विद्यालय प्रधान ने यह जानकारी दी है कि गर्मी की छुट्टी के दौरान स्कूल के पंखे चोरी हो गए थे और विद्यालय के पास कोई विशेष फंड नहीं होने के कारण नए पंखे नहीं लग पाए. वहीं स्थानीय ग्रामीणों और जाम में शामिल छात्रों का कहना था कि यदि 24 घंटे के अंदर विद्यालय में मूलभूत सुविधाएं बहाल नहीं हुईं, तो वे जिला स्तर पर आंदोलन करेंगे.
विद्यालय प्रधान उपेंद्र विश्वास से मोबाइल पर संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि विद्यालय में करीब ढाई सौ छात्र-छात्राएं नामांकित हैं. उन्होंने चोरी की घटना की पुष्टि करते हुए कहा कि संसाधनों की कमी के कारण विद्यालय प्रशासन मजबूर है, लेकिन छात्रों की परेशानियों को दूर करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं.