हरियाणा विधानसभा सत्र के तीसरे दिन राज्य सरकार में जेल व पर्यटन मंत्री अरविंद शर्मा और जींद के सफीदों से BJP विधायक रामकुमार गौतम आपस में भिड़ गए. दोनों की बहस गोहाना की जलेबी की क्वालिटी से शुरू हुई लेकिन बाद में बढ़ती चली गई. अरविंद शर्मा ने कहा कि बीजेपी विधायक रामकुमार गौतम तो शर्त लगाकर 10 किलो गोबर पी गए थे. इस पर गौतम ने पलटवार करते हुए कहा कि अरविंद शर्मा ने लोगों से पेट्रोल पंप दिलवाने के नाम पर पैसे लिए हैं, मेरे रिश्तेदार से भी उन्होंने 10 लाख रुपए लिए थे.
विधानसभा में अभिभाषण पर चर्चा करते हुए कहा कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा ने कहा कि ये हरियाणा में बीजेपी की तीसरी बार सरकार आने में पूर्व सीएम मनोहर लाल खट्टर और नायब सैनी का बहुत बड़ा योगदान है. सैनी का पहला टर्म थोड़े समय के लिए था, लेकिन उस दौरान सरकार ने कुछ ऐसे फैसले लिए जिसकी वजह से पार्टी के प्रति लोगों में विश्वास पैदा हुआ और बीजेपी तीसरी बार सत्ता में आई.
गोहना की जलेबी का भी जिक्र
उन्होंने कहा कि हरियाणा के चुनाव में गोहाना की जलेबी का भी जिक्र हुआ, यहयहीं नहीं रुका. ये चर्चा महाराष्ट्र पहुंची, फिर दिल्ली पहुंची और अभी ये रुकी नहीं है, ये चलती रहेगी. इस जलेबी से ऐसा माहौल बना है कि कोई दिल्ली की जलेबी खिला रहा है, यूपी की खिला रहा है, ये जलेबी का भाईचारा है, न जाने कहां जाकर रुकेगी.
मंत्री की बात सुनकर स्पीकर हरविंद्र कल्याण ने कहा कि आपने गोहाना की जलेबी का बार-बार नाम लेकर मुंह में पानी ला दिया, लेकिन ये नहीं बताया कि आप खिलाओगे कब. इस पर कैबिनेट मंत्री ने सदन में घोषणा की कि सोमवार को गोहाना की जलेबी पार्टी मेरी ओर से दी जाएगी. इस चर्चा के बीच सफीदों
विधायक रामकुमार गौतम ने गोहाना की जलेबी की शुद्धता पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि गोहाना की जलेबी अब शुद्ध नहीं रहीं. अब देसी घी में नहीं डालडा में बनाई जाती हैं. इसके लिए उन्होंने एक दुकान की पूरी कहानी भी सुनाई.
‘शर्त लगा कर दस किलो गोबर तक पी गए थे’
इसके जवाब में कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा ने कहा कि ये पता नहीं किस-किस दुकान पर चले जाते हैं. ये जलेबी मुख्यमंत्री ने उतारी थी. इनके बारे में कई चर्चाएं हो रही हैं, ये तो शर्त लगा कर दस किलो गोबर तक पी गए थे.
इसके बाद सदन में फिर से रामकुमार गौतम बोलने लगे और यहां तक कह दिए कि अरविंद शर्मा न जाने कितनों के पैसे मार गए, मेरे रिश्तेदार से भी डेयरी फर्म के लिए 10 लाख रुपए लिए थे, लेकिन वो नहीं दिए. हालांकि विधानसभा अध्यक्ष ने शर्मा और गौतम के बीच हुई तीखी बहस की बातों को सदन की कार्यवाही से हटा दिया लेकिन वीडियो सोशल मीडिया और इंटरनेट परवायरल हो चुका है.