छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में एक ट्रेलर ने यात्रियों से भरी बस को टक्कर मार दी। हादसे के बाद ड्राइवर ट्रेलर लेकर भाग निकला। पकड़ने के बाद पुलिस और स्थानीय लोगों ने उसे जमकर पीटा। पुलिस के सामने ही ड्राइवर के प्राइवेट पार्ट पर किसी ने लात मार दी। मामला चारामा थाना क्षेत्र का है।
वारदात के वक्त भीड़ में शामिल एक शख्स ने ड्राइवर से मारपीट का वीडियो बना लिया, जिसे सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया। वीडियो में दिख रहा है कि पुलिसवाले घेरकर पीट रहे हैं। इसी बीच भीड़ से एक युवक ड्राइवर के प्राइवेट पार्ट पर लात मारते दिखता है। पुलिसवाले भी बाल पकड़कर खींचते दिख रहे हैं।
जानिए क्या है ड्राइवर से मारपीट की कहानी ?
दरअसल, 3 अगस्त को ट्रेलर (CG 04 QG 8050) ने सेठिया ट्रेवल्स की बस (CG 19 BK 5212) को केशकाल घाट के दूसरे मोड़ पर टक्कर मार दी थी, जिससे बस पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। बस नरहरपुर से केशकाल होकर बांसकोट जा रही थी। हालांकि किसी भी यात्री को चोट नहीं लगी है।
हादसे के बाद ट्रेलर लेकर भागने वाले ड्राइवर को पकड़ने केशकाल पुलिस ने हाईवे पेट्रोलिंग टीम को रवाना किया। साथ ही कांकेर पुलिस को भी ट्रेलर को रोकने के लिए सूचित किया गया। कांकेर से भी एक हाईवे पेट्रोलिंग टीम भेजी गई, लेकिन वे ट्रेलर को रोक नहीं पाए।
प्राइवेट पार्ट पर मारी लात, पुलिस ने भी बरसाए लात-घूंसे
चारामा पुलिस को जानकारी मिलने पर थाने के सामने ट्रेलर को रोकने की कोशिश की गई, जब ड्राइवर भागने लगा, तो मचांदुर नाका में ट्रकों को अड़ाकर उसे रोका गया। पुलिसकर्मियों ने बीच सड़क जमकर पिटाई की। साथ ही भीड़ ने भी जमकर मारपीट की।
इस दौरान भीड़ में मौजूद एक युवक ने ट्रेलर ड्राइवर के प्राइवेट पार्ट पर लात मार दी। इस दौरान वह दर्द से कराहने लगा, लेकिन पुलिसवाले फिर भी पीटते रहे। पुलिसकर्मी ड्राइवर के बाल को पकड़कर सड़क पर खींचते ले जाते दिख रहे हैं। इसके बाद में ड्राइवर को पेट्रोलिंग वाहन में बैठाकर केशकाल थाना ले जाया गया।
चालक यूनियन संघ ने घटना पर जताई नाराजगी
मारपीट को लेकर ड्राइवरों में नाराजगी है। वाहन चालक यूनियन संघ के जिलाध्यक्ष याकूब गोरी ने कहा कि पुलिस को खुद फैसला लेने का अधिकार किसने दिया है। पुलिस का कर्तव्य था कि वाहन चालक को गिरफ्तार कर थाने ले जाती, लेकिन उन्होंने कानून अपने हाथ में ले लिया। मारपीट में स्थानीय लोगों ने भी पुलिस का साथ दिया।
पुलिस ने मारपीट की घटना से किया इनकार
वहीं चारामा थाना प्रभारी जितेंद्र साहू ने बताया कि ऐसा कुछ भी नहीं हुआ है। ड्राइवर को वाहन से उतारकर केशकाल भिजवाया गया है। वारदात के दूसरे दिन ड्राइवर खुद वाहन को लेने पहुंचा था। घटना के बाद पूरी रात ट्रेलर चारामा थाना में खड़ा रखा गया था।