भारत और पाकिस्तान के बीच हाल ही में खत्म हुए तनाव के बाद हिमाचल प्रदेश के प्रमुख पर्यटन स्थल मनाली में एक बार फिर पर्यटकों की चहल-पहल लौट आई है. मैदानी इलाकों में तेज़ गर्मी से परेशान लोग ठंडी वादियों की ओर रुख कर रहे हैं और मनाली एक बार फिर से गुलजार होने लगा है.
40% ऑक्यूपेंसी, जून में और बढ़ने की उम्मीद
स्थानीय होटलों और लॉजों में इस समय औसतन 40 प्रतिशत ऑक्यूपेंसी दर्ज की जा रही है, जो बीते कुछ सप्ताहों की तुलना में काफी बेहतर है. पर्यटन विभाग और होटल व्यवसायियों को उम्मीद है कि अगर हालात ऐसे ही अनुकूल रहे तो जून में यह आंकड़ा 80 से 90 प्रतिशत तक पहुंच सकता है.
हिमाचल पर्यटन विकास निगम के उप महाप्रबंधक बीएस ओकटा के अनुसार, ‘सीजफायर के बाद पर्यटकों का विश्वास लौट रहा है. निगम के होटलों में इस समय लगभग 40 प्रतिशत कमरे बुक हैं, जबकि वीकेंड में यह ऑक्यूपेंसी 70-80 प्रतिशत तक पहुंच रही है.’
पर्यटक लौटे, लेकिन थोड़ा हिचक भी बरकरार
मनाली के ट्रैवल एजेंट गगन अवस्थी ने बताया कि युद्ध की स्थिति बनने के बाद अचानक बुकिंग्स रद्द हो गई थीं. अब हालात सामान्य हो चुके हैं लेकिन फिर भी पर्यटकों की संख्या में धीमी गति से बढ़ोतरी हो रही है. उन्होंने कहा, ’20 मई के बाद से स्कूलों की छुट्टियां शुरू हो गई हैं, ऐसे में उम्मीद है कि जून तक मनाली में भीड़ काफी बढ़ेगी.’
क्या कह रहे पर्यटक?
गुजरात से आए पर्यटक राहुल और दीप्ती ने बताया कि उन्होंने मनाली की यात्रा पहले ही तय कर ली थी, लेकिन युद्ध के हालात को देखते हुए घर वालों के कहने पर उसे टालना पड़ा. अब हालात सामान्य होने के बाद वे मनाली पहुंचे हैं और यहां का अनुभव बेहतरीन रहा. उन्होंने बताया, ‘गुजरात में जहां तापमान 45 डिग्री तक है, वहीं मनाली की ठंडी फिज़ा में राहत मिल रही है. हमने यहां रिवर राफ्टिंग का मज़ा लिया और रोहतांग में बर्फ भी देखी. अब तो मन कर रहा है कि यहीं रुक जाएं.’
मनाली में पर्यटन धीरे-धीरे फिर से पटरी पर लौट रहा है. हालिया तनाव के चलते आई मंदी अब समाप्त होती दिख रही है और जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, वैसी ही ठंडी मनाली पर्यटकों को फिर से आकर्षित कर रही है.