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मीना बाजार का काला सच: जुए अड्डे पर पुलिस का धावा, 70% कमीशन पर चलता था खेल…दो गिरफ्तार

सूरजपुर: रात का सन्नाटा था, मीना बाजार के भीतर चुपके-चुपके एक खतरनाक खेल खेला जा रहा था. तीन स्ट्राईकर से बने चिन्ह, भीड़ में बिखरे नोट और हर चेहरे पर डबल रकम का लालच. किसी को भनक तक नहीं थी कि पुलिस पहले से ही जाल बिछा चुकी है. 3 अक्टूबर 2025 को गुप्त सूचना मिलते ही थाना भटगांव पुलिस ने दबिश दी. अचानक चारों तरफ भगदड़ मच गई. जुआरी भाग निकले लेकिन एक युवक पुलिस के शिकंजे में आ ही गया.

वह था अरविन्द कनौजिया (25 वर्ष, महगांव खुर्द, अनूपपुर, मप्र). मौके से 900 रुपये नगद, तीन स्ट्राईकर, दो नगमे और काला पान पत्ती बरामद हुए. शुरू में सब सामान्य लगा… लेकिन असली थ्रिल पूछताछ में सामने आया. अरविन्द ने कबूल किया कि हर खेल के बाद 70% कमीशन मीना बाजार संचालक लखन पटेल (65 वर्ष, जवाहरपारा, बालौद) को जाता है और सिर्फ 30% मेरे पास बचता है.

सुनते ही पुलिस चौंक गई. खेल का असली मास्टरमाइंड सामने आ चुका था. तत्काल कार्रवाई कर पुलिस ने लखन पटेल को भी गिरफ्तार कर लिया. अब दोनों आरोपी न केवल छत्तीसगढ़ जुआ प्रतिषेध अधिनियम की धारा 4, 6 और 4(क), 6(क) बल्कि प्रतिबंधात्मक कार्यवाही के शिकंजे में भी फंस गए हैं. इस हाई-प्रोफाइल कार्रवाई में थाना प्रभारी भटगांव सरफराज फिरदौसी व उनकी टीम ने फिल्मी अंदाज में ऑपरेशन को अंजाम दिया.

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