सरकारी स्कूल का जर्जर भवन बना खतरा: डर के साये में पढ़ रहे बच्चे, झालावाड़ हादसे के बाद शिक्षक और विद्यार्थी सहमे

झुंझुनूं: जिले के पिलानी ब्लॉक के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बदनगढ़ का भवन जर्जर स्थिति में पहुंच चुका है. बरसात में छत से पानी टपकता है, दीवारों में गहरी दरारें हैं और जगह-जगह से प्लास्टर झड़ चुका है. हाल ही में झालावाड़ में स्कूल भवन गिरने की घटना के बाद यहां के शिक्षक और विद्यार्थी भयभीत हैं.

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प्रिंसिपल मधु शर्मा ने बताया कि स्कूल की हालत बेहद खराब है. कई बार मरम्मत और नए भवन की मांग की गई, लेकिन अब तक कोई कदम नहीं उठाया गया. ग्रामीणों के अनुसार, पहले ही 10 में से 4 कमरे गिराए जा चुके हैं, जबकि बाकी में भी पढ़ाना खतरे से खाली नहीं है. फिलहाल कक्षाएं बरामदों व टिन शेड के नीचे चल रही हैं.

विद्यालय के लिए नई भूमि पर दो कमरे बनाए जा चुके हैं, मगर 12वीं तक के 130 विद्यार्थियों के लिए यह व्यवस्था अपर्याप्त है. एसडीएमसी का कहना है कि यदि बाकी कमरे भी हटा दिए गए तो बच्चे कहां पढ़ेंगे, कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं है. इसलिए पूरे भवन को जर्जर घोषित करने का प्रस्ताव भेजने से बच रहे हैं.

सीबीईओ सुमन चौधरी ने बताया कि जर्जर भवन को लेकर उच्चाधिकारियों को सूचना दी गई है और बजट की मांग की जा चुकी है. जब तक बजट नहीं मिलता, तब तक वैकल्पिक समाधान पर काम किया जा रहा है.

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