Rajasthan Crime News: डीग जिले के गढ़ी मेवात गांव में रविवार को दो पक्ष भिड़ गये. एक दूसरे पर जमकर पथराव और फायरिंग की गयी. घटना में एक पक्ष के 21 लोग घायल हो गये. घायलों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया.
डॉक्टरों ने 16 को भरतपुर जिला आरबीएम अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. 5 घायलों का डीग अस्पताल में इलाज चल रहा है. बवाल की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची. पुलिस ने हथियारों की तलाशी के लिए 20 मकानों में जांच पड़ताल की. जंगल में भी सर्च ऑपरेशन चलाया.
बताया जा रहा है कि फायरिंग में लगभग 16 लोगों को छर्रे लगे हैं. रेफर किये गये घायलों में नासिर पुत्र खुर्शीद, इकबाल पुत्र नूरा, आस मोहम्मद पुत्र बुदला, राशिन पुत्र हुक्कू, सोयाब पुत्र नसरू, राहुल पुत्र सुभान, हाकिम पुत्र बदलू,आलम पुत्र चंदो, इमरान पुत्र चंदो, जररी पुत्र नूरा, समरदीन पुत्र सुभान, दीनू पुत्र छत्ररु, दिलशाद पुत्र नूरा, इकरार पुत्र अली मोहम्मद, इरशाद पुत्र नूरा, रिशाल पुत्र हांसी शामिल हैं. सलीम, शौकत, उन्नस, राजदार, नूरा का इलाज डीग के अस्पताल में चल रहा है.
पथराव और फायरिंग में 21 लोग घायल
खोह थाना अधिकारी विशम्भर सिंह ने बताया है कि शनिवार की रात शराब पार्टी के दौरान निजाम और आसिफ में कहासुनी हो गई थी. रविवार की सुबह आसिफ पक्ष के लोगों ने नासिर से मारपीट कर दी. दोपहर को सुलह कराने के लिए पंचायत आयोजित की गई. पंचायत में दोनों पक्षों के बीच तनातनी हो गई. देखते-देखते विवाद खूनी संघर्ष में बदल गया. फायरिंग और पथराव में निजाम पक्ष के 21 लोग घायल हो गए. घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया हा. हमलावर आसिफ पक्ष के लोग गांव छोड़कर फरार हैं. डीएसपी मनीष गुर्जर के नेतृत्व में रेंज स्पेशल, क्यूआरटी टीम, डीएसटी आरोपियों की तलाश कर रही है.
हथियार बरामदगी के लिए सर्च ऑपरेशन
अवैध हथियार बरामद करने के लिए सर्च ऑपरेशन भी चलाया जा रहा है. मेवात अवैध हथियार बनाने की मिनी फैक्ट्री के लिए कुख्यात है. पुलिस की पकड़ से बचने के लिए पहाड़ और जंगल में हथियार बनाए जाते हैं. समय- समय पर पुलिस अवैध हथियारों के खिलाफ छापेमार कार्रवाई करती है. मुख्य आरोपी हमेशा पुलिस पकड़ से बच जाते हैं. मेवात में अवैध हथियारों से छोटी-मोटी बातों में विवाद होने पर फायरिंग होना आम हो गया है.