Vayam Bharat

ड्राइवर ने ऑटो में लगाई थी भांजी की तस्वीर, पैसेंजर बोला- ये तो मेरी ‘गुड़िया’ है, 3 साल पहले… जमकर किया हंगामा

झारखंड के जमशेदपुर में 30 जुलाई को एक ऐसी घटना घटी, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया. यहां एक शख्स ने घर जाने के लिए ऑटोरिक्शा बुक किया. शख्स जैसे ही ऑटो में बैठा, उसे वहां एक बच्ची की फोटो लगी दिखाई दी. शख्स बच्ची की फोटो देख बुरी तहर चौंक गया. उसने ऑटो ड्राइवर से पूछा- ये बच्ची कौन है? जवाब मिला- साहब ये मेरी भांजी है. तभी वो शख्स बोला- नहीं तुम झूठ बोल रहे हो. ये मेरी बेटी है. इसके बाद दोनों के बीच खूब बहसबाजी हुई. अब मामला पुलिस तक भी जा पहुंचा है.

Advertisement

जानकारी के मुताबिक, साढ़े तीन साल पहले अविनाश प्रसाद की पत्नी संगीता ने यहीं के एक नर्सिंग होम में जुड़वा बच्चों को जन्म दिया था. तब नर्सिंग होम वालों ने उन्हें बताया कि आपके जुड़वा बच्चों में से लड़का ही जिंदा है. लड़की की मौत हो गई है. परिवार वालों ने तब नर्सिंग होम वालों की बातों पर यकीन कर लिया. लेकिन अब जब अविनाश ने ऑटो में बच्ची की तस्वीर देखी तो उसने दावा किया कि ये उसकी की बेटी है. नर्सिंग होम वालों पर बच्ची बेचने का आरोप लगाया.

अविनाश का कहना है कि बच्ची की शक्ल हूबहू उसकी तरह है. बच्ची के जुड़वा भाई की शक्ल भी ऐसी ही है. मामले में संगीता मौर्य उर्फ संगीता प्रसाद (28) ने सिदगोड़ा थाने में शिकायत की है. दंपति डीएनए टेस्ट करवाने की भी मांग कर रहा है. पुलिस फिलहाल मामले की जांच में जुट गई है.

नहीं सौंपा गया बच्ची का शव

अविनाश की बीवी ने पुलिस को बताया- मैं सिदगोड़ा मिथिला कॉलोनी की निवासी हूं. साल 2020 में मैं गर्भवती हुई. सिदगोड़ा स्थित नर्सिंग होम में मेरी 7 जनवरी 2021 को डिलीवरी हुई. पहले बेटा पैदा हुआ, फिर बेटी. अस्पताल वालों ने बताया कि बेटी मृत है. हमने बेटी का शव मांगा तो उन्होंने नहीं दिया. हमें भी लगा शायद सच में ही ऐसा हुआ हो. इसके बाद हम बेटे को लेकर घर चले आए.

बच्ची बेचने का लगाया आरोप

संगीता ने कहा- मेरे पति अविनाश 30 जुलाई 2024 को बारीडीह चौक पर खड़े थे. उन्होंने घर आने के लिए ऑटो बुक किया. ऑटो में एक बच्ची की तस्वीर लगी थी जो हूबहू उनके बेटे की तरह थी. जब तस्वीर के बारे में पूछा तो ऑटो वाले ने बताया कि यह उसकी भांजी है. उसके बाद अविनाश को संदेह हुआ कि यह उसकी जुड़वां बच्ची है, जिसे मृत बताया गया था. जब उसने ऑटो चालक से कहा कि यह उसकी जुड़वां बच्ची है तो ऑटो चालक बहस करके वहां से चला गया. बाद में उसने अपने ऑटो से बच्ची की तस्वीर भी हटा दी. हमें पूरा शक है कि अस्पताल वालों ने हमारी बेटी को बेच दिया था. हम चाहते हैं कि उस बच्ची का डीएनए टेस्ट करवाया जाए. वो हमारी ही बेटी है. हमें वो वापस चाहिए.

Advertisements