भोपाल में बस चला रहे ड्राइवर की तबीयत अचानक बिगड़ गई. उसके हाथ स्टीयरिंग से छूट गए. बस डगमगाने लगी और अफरा-तफरी मच गई. तभी ड्राइवर की सीट से पीछे बैठे एक रोजगार सहायक और एक कोटवार ने स्थिति को संभाला. किसी तरह बस को कंट्रोल किया.
बस रुकने के बाद रोजगार सहायक अमित शर्मा ने हार्टअटैक की आशंका में ड्राइवर को एक सीट पर लिटाकर उसे सीपीआर दिया. ड्राइवर को भोपाल के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जहां उसका इलाज किया जा रहा है.
ये बस सीहोर जिले के भैरूंदा जामुनिया बाजयप्ता गांव से भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम में आ रही थी. जिसमें करीब 40 लोग सवार थे। भोपाल पहुंचते ही चलती बस ड्राइवर संदीप की तबीयत बिगड़ गई.
ड्राइवर अचानक जोर से सांस लेने लगा, पैर पटकने लगा रोजगार सहायक अमित शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हम सुबह 7.30 बजे बस से रवाना हुए थे. बस में 35 महिलाओं समेत 40 लोग सवार थे। 11.45 बजे के करीब भोपाल के विद्या नगर के पास सिग्नल और ट्रैफिक के कारण ड्राइवर संदीप कहार निवासी विक्रमपुर कन्नौद ने बस धीमी की.
ड्राइवर के सीने को दबाया, उसके पैर रगड़ना शुरू किया ड्राइवर को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. वीडियो में कई हार्ट अटैक वाले केस देखे हैं. मेरी मां को भी बीपी की शिकायत है, इसलिए ड्राइवर को सांस लेने में तकलीफ होती देख तत्काल साइड वाली सीट पर लिटाया. उसके सीने को दबाया. कुछ लोगों ने उसके पैर को रगड़ना शुरू किया.
हालत बिगड़ती देख निजी अस्पताल ले जाकर भर्ती किया
अमित ने बताया- ड्राइवर की हालत बिगड़ती देख तत्काल एंबुलेंस 108 को कॉल किया. 10 मिनट में गाड़ी आ गई। इस दौरान मैंने एसडीएम और सीईओ प्रबल अरजरिया को इस घटना की जानकारी दी। ड्राइवर को शहर के एक निजी हॉस्पिटल लेकर पहुंचे. इधर, एसडीएम सर के सूचना देने पर तहसीलदार सौरभ शर्मा तत्काल अस्पताल पहुंच गए.
ड्राइवर को तत्काल डॉक्टर ने चेक किया और आईसीयू में भर्ती कर लिया. वह अभी डॉक्टरों की निगरानी में है.
ड्राइवर की हालत अभी सामान्य, डॉक्टर ने ये बताया.. एसएमएच अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. अविनाश अग्रवाल ने बताया कि सुबह करीब 11:30 बजे मरीज तीव्र घबराहट के लक्षणों के साथ अस्पताल में आया था. उसे तत्काल इमरजेंसी यूनिट में भर्ती किया गया। उसे सांस लेने में तकलीफ, खूब पसीना आना और बोलने में कठिनाई जैसे लक्षण नजर आ रहे थे. ब्लड प्रेशर भी डेढ़ सौ के करीब पहुंच चुका था.
शुरुआती दौर में यह सभी लक्षण देख हृदय संबंधित समस्या होने की आशंका थी. ऐसे में उसे कार्डियक केयर यूनिट में शिफ्ट किया गया. जहां ईसीजी करने पर उसकी हार्ट रेट 120 प्रति मिनट से अधिक देखी गई. जबकि सामान्य रूप पर यह 70 से 80 प्रति मिनट होनी चाहिए.
मौके पर मौजूद दो कार्डियोलॉजिस्ट ने तत्काल इलाज शुरू किया. जिससे मरीज की सेहत में सुधार हुआ। अब स्थिति सामान्य है.