इंदौर की सेन्ट्रल कोतवाली पुलिस ने महिला सुरक्षा गार्ड की शिकायत पर छह लोगों के खिलाफ अस्पताल में तोड़फोड़, मारपीट और शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला दर्ज किया है। घटना शहर के एमटीएच अस्पताल की है, जहां बच्चा वार्ड के ICU में भर्ती एक बच्ची से मिलने पहुंचे उसके आधा दर्जन रिश्तेदारों ने हंगामा कर दिया।
सेन्ट्रल कोतवाली में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, शिकायतकर्ता राधा दांगी इदरीस नगर की रहने वाली हैं और अस्पताल में महिला सुरक्षा गार्ड के रूप में कार्यरत हैं। राधा के अनुसार, दोपहर 2 बजे से रात 11 बजे तक उनकी ड्यूटी ICU में थी, जहां हातोद का एक बच्चा भर्ती था। दोपहर में करीब 8-10 लोग बच्ची से मिलने आए थे, जिन्हें डॉक्टर की अनुमति के बाद एक-एक कर मिलने दिया गया।
शाम करीब 5:30 बजे फिर 8-10 लोग आए और बच्ची से मिलने की जिद करने लगे। जब गार्ड राधा ने मिलने का निर्धारित समय सुबह 11 से 12:30 बजे का बताया, तो बहस शुरू हो गई। तभी एक युवक ने ICU का गेट जोर से लात मारकर तोड़ दिया।
गार्ड व स्टाफ के साथ मारपीट
राधा ने घटना की सूचना गार्ड इंचार्ज महेन्द्र को दी। महेंद्र और अन्य महिला गार्ड वहां पहुंचे। बच्ची के परिजनों को समझाने पर कमल ने अपशब्द कहे और सभी गार्ड से अभद्रता की। कमल के साथ मौजूद लोगों ने महिला गार्ड राधा, रीना सोलंकी, सुनीता जाटव और गार्ड इंचार्ज महेन्द्र से मारपीट शुरू कर दी।
पुलिस से भी अभद्रता
घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस को भी विरोध का सामना करना पड़ा। आरोप है कि आरोपियों ने पुलिसकर्मियों की वर्दी पकड़कर उनके साथ धक्का-मुक्की की। पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण पाते हुए कुछ लोगों को हिरासत में लेकर थाने भेजा।
इन धाराओं में केस दर्ज
राधा दांगी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपी अंबाराम चौहान, कमल, मनीष, विशाल, ऋषभ और सन्नी के खिलाफ धारा 115(2), 296, 351(3), 132, 324(4), 324(5) के तहत केस दर्ज किया है।
रिश्तेदारों ने लगाया गार्ड और पुलिस पर मारपीट का आरोप
वहीं बच्चे के रिश्तेदारों का कहना है कि विवाद की शुरुआत गार्ड राधा द्वारा मारपीट से हुई। बाद में गार्ड इंचार्ज महेन्द्र ने अपने साथी रीना सोलंकी, सुनीता जाटव, विनोद सोलंकी व अन्य गार्ड के साथ मिलकर बच्ची को देखने आए महिलाओं और पुरुषों के साथ मारपीट की। परिजनों का यह भी आरोप है कि पुलिस ने मौके पर पहुंचने के बाद डंडों से मारा और केवल एकपक्षीय कार्रवाई करते हुए उनकी शिकायत नहीं सुनी।
निष्पक्ष जांच की मांग
घटना के बाद दोनों पक्षों में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। फिलहाल पुलिस ने महिला गार्ड की शिकायत पर केस दर्ज किया है, लेकिन पीड़ित पक्ष के आरोपों की भी जांच की जा रही है।