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कमरे में अंगीठी जलाकर सोया परिवार, अगली दोपहर तक नहीं खुला दरवाजा, फिर…

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जनपद में रविवार रात एक परिवार के ऊपर उस समय जान पर बन आई . जब सर्दी से बचने के लिए उन्होंने कमरे में कोयले की अंगीठी जलाई थी लेकिन कमरे में वेंटीलेशन न होने के चलते दो बच्चों सहित परिवार के पांच लोग बेहोश हो गए थे.

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घटना की जानकारी उस समय हुई जब सोमवार दोपहर बाद तक इस घर का दरवाजा नहीं खुला. पड़ोसियों ने छत के रास्ते घर के अंदर जाकर देखा तो परिवार के सभी सदस्य बेहोश पड़े थे. इसके बाद घटना की जानकारी पुलिस को दी गई. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर बेहोश हुए परिवार के सभी सदस्यों को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया.यहां से दो बच्चों की हालत को गंभीर देखते हुए उन्हें डॉक्टरों द्वारा मेरठ के लिए रेफर कर दिया गया जबकि परिवार के बाकी लोगों का उपचार जिला अस्पताल में चल रहा है.

दरसअल घटना सिविल लाइन थाना क्षेत्र स्थित मदीना कॉलोनी की है.यहां सलीम का परिवार रविवार रात अपने घर के एक कमरे में सोया था. बताया जा रहा है कि इस परिवार ने सर्दी से बचने के लिए कमरे में कोयले की अंगीठी जलाई हुई थी लेकिन कमरे में वेंटिलेशन ना होने के चलते दो बच्चे चांद और हजारा सहित इस परिवार के पांच लोग सलीम, निशारा और तबस्सुम बेहोश हो गए थे.

इस घटना की अधिक जानकारी देते हुए सीओ सिटी व्योम बिंदल ने बताया कि सोमवार शाम थाना सिविल लाइन पर यह सूचना प्राप्त हुई कि मदीना कॉलोनी के पास एक घर में एक परिवार के लोग बेहोश अवस्था में पाए गए हैं.

पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची तो पता चला कि कमरे के अंदर एक बुझी हुई कोयले वाली अंगीठी है. सम्भवतः कल रात को यह लोग अंगीठी में कोयला जलाकर सो रहे थे. कमरा अंदर से बंद था एवं कमरे में वेंटिलेशन का कोई भी पॉइंट नहीं था जिस कारण अंगीठी का जो धुंआ था वह कमरे में जमा हो गया. इससे यह लोग बेहोश हो गए .पुलिस ने तत्काल इन्हें अस्पताल पहुंचाया इनमें से तीन लोगों का उपचार मुजफ्फरनगर चल रहा है दो बच्चों को मेरठ रेफर कर दिया गया है. उनके बाकी परिवारी जनों को सूचना दे दी गई है.

 

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