उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक महिला ने अपने ही परिवार को आटे में सल्फास मिलाकर मारने की साजिश रची. हालांकि, गनीमत यह रही है कि समय रहते इस साजिश का खुलासा हो गया और एक बड़ा हादसा टल गया. यह पूरा मामला करारी थाना क्षेत्र के मलाकिया बजहा खुर्रम गांव का है. सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने आटे का कब्जे में लेकर जांच के लिए लैब भेज दिया है. साथ ही आरोपी महिला और उसके पिता को गिरफ्तार किया है.
करारी थाना क्षेत्र के मलाकिया बजहा खुर्रम गांव में रहने वाले बृजेश कुमार की पत्नी मालती देवी और उनकी जेठानी मंजू देवी के बीच काफी समय से घरेलू विवाद चल रहा था. इसी मनमुटाव से नाराज मालती देवी ने पूरे परिवार को खत्म करने की खौफनाक योजना बना डाली. मालती देवी ने अपने पिता के सहयोग से आटे में सल्फास मिलाया और आटा गूंथ कर रख दिया. जब जेठानी मंजू देवी ने रोटी बनाने गईं, तो आटे से बदबू आने पर उन्हें शक हुआ
आटे में मिला सल्फास
इस दौरान आटा का रंग भी बदल गया था. उन्होंने तुरंत घरवालों को इसकी जानकारी दी. जब परिवार ने मालती से पूछताछ की तो उसने खुद साजिश कबूल कर ली. उसका कहना था कि रोज-रोज के पारिवारिक लड़ाई से परेशान होकर उसने यह कदम उठाया. इसकी शिकायत पुलिस से की गई. पुलिस ने इस मामले में मालती देवी और उसके पिता और एक अन्य को हिरासत में ले लिया है और पूछताछ शुरू कर दी है.
जेठानी की सतर्कता से बची जान
फिलहाल पूरे गांव में इस घटना को लेकर दहशत का माहौल है. एक महिला की खौफनाक साजिश और जेठानी की सतर्कता से कई जानें बच गईं. पुलिस अब मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है.जानकारी देते हुए अपर पुलिस अधीक्षक राजेश सिंह ने बताया कि एक महिला आटे में सल्फास मिलकर पूरे परिवार को खिलाना चाहती थी. हालांकि, जब महिला की जेठानी ने आटे की रोटी बनाई तो उसका रंग बदल गया. उसमें से बदबू आने लगी.
इसके बाद उसने परिवार को इस बारे में बताया. सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत मौके पर पहुंच गई थी. पुलिस ने आटे को जब्त करते हुए जांच के लिए लैब भेज दिया है. साथ ही मालती देवी नाम की महिला और उसके पिता के साथ एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है. पीड़ित पति बृजेश कुमार ने बताया कि मेरी पत्नी बड़ी झगड़ेलु है. 10 सालों से लगातार परेशान कर रही है. दूसरे लोगों से फोन पर बात करती है. मैं विदेश में रहकर काम करता हूं. कुछ समय पहले ही मैं आया था.