जेल में बंद बेटे की नकली आवाज बनाकर परिवार को डराया… ठगों ने मिनटों में उड़ा लिए 20,000 रुपये

मध्यप्रदेश के शहडोल जिले में ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ठगों ने जेल में बंद युवक की आवाज और मारपीट की नकली आवाजों का इस्तेमाल कर उसके स्वजनों को डराया और 20 हजार रुपये ठग लिए। इस वारदात का तरीका इतना चालाक था कि परिवार वाले सच्चाई समझने से पहले ही ठगों के जाल में फंस गए।

शहडोल जिले के ब्यौहारी थाना क्षेत्र में ठगी का ऐसा मामला सामने आया है, जिसने पुलिस और आम लोगों को चौंका दिया है। यहां ठगों ने जेल में बंद एक युवक के स्वजनों को यह विश्वास दिलाया कि उनका बेटा जेल में पिटाई झेल रहा है और अगर तुरंत पैसे नहीं दिए तो उसकी हालत और खराब कर दी जाएगी। इस डर से परिजनों ने 20 हजार रुपये ठगों के खाते में भेज दिए।

ऐसे रची गई साजिश

मामला कटकाड़ीह भमरहा गांव का है, जहां के निवासी रामबोध साहू को पुलिस ने 3 अगस्त को बाड़ी में गांजा के पौधे लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने उसे न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया। रामबोध की गिरफ्तारी की खबर ऑनलाइन एफआईआर के जरिए सामने आते ही ठगों ने उसे अपना शिकार बनाने की योजना बनाई।

ठगों ने रामबोध के घर पर फोन कर खुद को जेल से जुड़ा व्यक्ति बताया और कहा कि वे उसे बुरी तरह पीट रहे हैं। अगर उसे बचाना है तो तुरंत 50 हजार रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर करें। परिवार को विश्वास दिलाने के लिए ठगों ने फोन पर पिटाई की नकली आवाजें भी चलाईं। अचानक हुई इस कॉल से घबराए परिजनों ने बिना ज्यादा सोचे-समझे, दिए गए स्कैन कोड के जरिए 20 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए।

पैसे भेजने के कुछ देर बाद जब परिवार ने दोबारा कॉल किया, तो ठग का लहजा बदल चुका था। उसने गाली-गलौज करते हुए साफ कहा कि वह रोज ऐसे ही लोगों को ठगता है और यही उसका पेशा है। इसके बाद परिजनों को समझ आया कि वे ठगी का शिकार हो चुके हैं।

घटना के बाद रामबोध के परिवार ने शहडोल साइबर सेल और ब्यौहारी थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने बताया कि जिस मोबाइल नंबर से कॉल किया गया था, उसकी लोकेशन और कॉल डिटेल खंगाली जा रही है। साइबर टीम को इस मामले में सक्रिय कर दिया गया है और जल्द ही आरोपियों तक पहुंचने के प्रयास किए जा रहे हैं।

 

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