Rajasthan: अहमदाबाद में गुरूवार को एयर इंडिया के एक विमान के क्रैश होने की दुखद घटना ने देशभर में सनसनी फैला दी है। इस हादसे के बाद अब देश-विदेश में एयर इंडिया से सफर करने वाले यात्री खुलकर अपनी समस्याएं सामने ला रहे हैं.
ऐसी ही एक प्रतिक्रिया राजस्थान के डीडवाना – कुचामन जिले के मकराना से हज यात्रा पर गए यात्रियों की भी सामने आई है, जिन्होंने सऊदी अरब से वीडियो कॉल व संदेशों के माध्यम से अपनी पीड़ा साझा की.
हज यात्रियों ने एयर इंडिया पर गंभीर आरोप लगाते हुए बताया कि जयपुर से मदीना तक की हवाई यात्रा के दौरान उन्हें गंभीर असुविधाओं का सामना करना पड़ा। यात्रियों के मुताबिक, विमान की सीटें इतनी खराब थीं कि उन्हें देखकर राजस्थान रोडवेज की पुरानी बसें भी याद आ गईं। बुजुर्गों और महिलाओं के लिए ये सीटें बहुत ही असहज थीं, जिससे सफर बेहद तकलीफदेह हो गया.
यात्रियों ने बताया कि फ्लाइट के दौरान इंजन और सीटों से आती आवाजें बिल्कुल किसी डगमगाती रोडवेज बस जैसी थीं, जो सुरक्षा को लेकर भी चिंता पैदा करती हैं। सबसे ज्यादा निराशा इस बात की रही कि विमान में मौजूद स्टाफ को बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई.
हज यात्रियों ने कहा कि एयर इंडिया को सिर्फ राष्ट्रीय नहीं, अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों के मानकों को भी गंभीरता से लेना चाहिए। नियमों के अनुसार मिलने वाली बुनियादी सुविधाएं तक नहीं दी जा रही हैं। ऐसे में सरकार को हस्तक्षेप कर एयर इंडिया की व्यवस्थाओं की जांच करनी चाहिए और कम से कम अंतर्राष्ट्रीय यात्रा करने वाले यात्रियों को सम्मानजनक और सुरक्षित रखने सफर का भरोसा दिलाना चाहिए.
एक बुजुर्ग हज यात्री ने अपनी व्यथा बताते हुए कहा की “हम तो हज पर निकले थे, लेकिन एयर इंडिया ने हमारी आस्था की उड़ान को तकलीफों की उड़ान में बदल दिया.”
अब सवाल उठता है – क्या एयर इंडिया की सेवाएं वाकई राष्ट्रीय गौरव के लायक हैं? या फिर समय आ गया है कि इसकी उड़ानों को फिर से पंख दिए जाएं जिसमें सुरक्षा, सुविधा और यात्रियों का सम्मान भी शामिल हो.