अमरनाथ यात्रा के लिए तीर्थयात्रियों का पहला जत्था कड़ी सुरक्षा के बीच बुधवार (3 जून) को जम्मू से रवाना हो गया. उपराज्यपाल (LG) मनोज सिन्हा ने भगवती नगर बेस कैंप से जत्थे को झंडी दिखाई. इस दौरान श्रद्धालु ‘हर हर महादेव’ और ‘बम बम भोले’ के जयकारे लगाते रहे. तीर्थयात्रियों की सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की करीब 600 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है. इस बीच जम्मू कश्मीर पुलिस ने यात्रियों के लिए एडवाइजरी जारी की है.
पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया है, जिसमें कहा गया है ‘अमरनाथ यात्रा 2025 करने वाले सभी तीर्थयात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे केवल भगवती नगर, बटाल और नुनवान बेस कैंप से निकलने वाले निर्धारित काफिले में ही यात्रा करें. इसके साथ ही पुलिस ने ये भी कहा है कि निर्धारित तिथि से बहुत पहले पहुंचने वाले यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे यात्रा के दिन से यथोचित रूप से पहले पहुंचें.
9 अगस्त को यात्रा का समापन
38 दिन तक चलने वाली यात्रा पहलगाम और बालटाल दोनों रूटों से होगी. यात्रा का समापन अगले महिने 9 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन होगा. हर साल लाखों की तादाद में देशभर के श्रद्धालु बाबा अमरनाथ के दर्शन करने जाते हैं. इस साल की यात्रा के लिए अब तक 3,31,000 से अधिक श्रद्धालु अपना रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. . तुरंत रजिस्ट्रेशन के लिए जम्मू में सरस्वती धाम, वैष्णवी धाम, पंचायत भवन और महाजन सभा में सेंटर खोले गए हैं. ये सेंटर रोज 2 हजार श्रद्धालुओं का रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं.
यात्रा को लेकर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था
पहलगाम में हुए आतंकी हमले को देखते हुए इस बार कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई है. सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की करीब 600 अतिरिक्त कंपनियों को तैनात किया गया है, जो यात्रा सुरक्षा के लिए अब तक की सबसे बड़ी तैनाती है. यात्रा की तैयारी को लेकर अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं को यातायात पाबंदियों, भारी सुरक्षा व्यवस्था और जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था के बीच पहलगाम और बालटाल बेस कैंप तक पहुंचाया जाएगा. इस दौरान 2 जुलाई से 9 अगस्त तक अलग-अलग रूटों पर यातायात पाबंदियां लगायी जाएंगी.