सुपौल: गंगा स्नान के लिए निकले जिले के एक खुशहाल परिवार पर ऐसा कहर टूटा कि हर आंख नम हो गई, हर दिल रो पड़ा. जब एक साथ मां-बेटे की चिता उठी तो पूरा गांव के ग्रामीणों का कलेजा दहल उठा. सदर थाना क्षेत्र के बरैल गांव निवासी अशोक कुमार सिंह के इकलौते पुत्र 45 वर्षीय मनीष कुमार सिंह (आइआरबी जवान) और उनकी पत्नी 65 वर्षीय सरोज देवी की सड़क हादसे में मौत हो गई.
यह हादसा खगड़िया जिले के साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के एनएच 31 हीरा टोल जीरोमाइल के पास उस समय हुआ जब पूरा परिवार मुंगेर घाट जा रहा था. मनीष कुमार सिंह अपने पिता अशोक कुमार सिंह, मां सरोज देवी, पत्नी नीतू कुमारी, सास सुशीला देवी दो बच्चे 13 वर्षीय किशन कुमार एवं 10 वर्षीय शिवम कुमार परिवार के साथ गढ़ बरुआरी रेलवे स्टेशन से राज्यरानी सुपरफास्ट ट्रेन से खगड़िया पहुंचे थे. वहां से उन्होंने एक सीएनजी टेंपो रिज़र्व कर मुंगेर घाट की ओर प्रस्थान किया लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था. रास्ते में साहेबपुर कमाल थाना क्षेत्र के एनएच 31 हीरा टोल जीरोमाइल के पास एक तेज रफ्तार बाइक ने टेंपो को टक्कर मार दी. टेंपो पलट गया और उसमें सवार लोग किसी तरह बाहर निकलने लगे. मनीष की मां सरोज देवी टेंपो के नीचे फंस गई थीं. मनीष उन्हें निकाल ही रहे थे कि तभी एक अन्य चार चक्का वाहन ने टेंपो को रौंद डाला. उसी क्षण मनीष कुमार की मौके पर ही मौत हो गई और मां सरोज देवी ने अस्पताल में दम तोड़ दिया.
इस भयावह दृश्य को मनीष की पत्नी नीतू कुमारी अपनी आंखों से देख रहीं थीं. वे अचेत हो गईं और बुधवार को जब उन्हें होश आया तो बार-बार यही पूछती रहीं मेरे पति कहां हैं, उन्होंने तो गंगा स्नान के लिए तैयार रहने को कहा था. अब वे नजर क्यों नहीं आ रहे, यह दृश्य वहां मौजूद हर व्यक्ति की आंखें नम कर गया. नीतू कुमारी बरुआरी पश्चिम टोला निवासी भूपेंद्र सिंह सेवानिवृत्त पुलिस पदाधिकारी की पुत्री हैं. मनीष और नीतू की शादी 27 जून 2010 को हुई थी और इस 27 जून को उनकी 15वीं शादी की सालगिरह की तैयारियां चल रही थीं. मनीष कुमार सिंह भारतीय रिजर्व बटालियन झारखंड के पलामू में कार्यरत थे. वे 20 दिनों की छुट्टी पर वे 12 जून को ही घर आए थे और 1 जुलाई को वापस जाना था.