सूरजपुर : सूरजपुर जिले के इतिहास में आज का दिन स्वर्णाक्षरों में दर्ज होने लायक है.सदियों से श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र, पहाड़ियों के बीच बसा माँ बागेश्वरी देवी का पावन धाम—कुदरगढ़—अब आधुनिक तकनीक से जुड़ने जा रहा है.बहुप्रतीक्षित रोप-वे परियोजना का टेंडर प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और निर्माण का मार्ग प्रशस्त हो गया है.
यह उपलब्धि कुदरगढ़ लोक न्यास के ऊर्जावान अध्यक्ष एवं वन विकास निगम के चेयरमैन रामसेवक पैकरा के अथक परिश्रम, दूरदर्शी नेतृत्व और क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों के निरंतर सहयोग का प्रत्यक्ष परिणाम है.
जिले के लिए स्वर्णिम उपलब्धि
लगभग 13 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह रोप-वे न सिर्फ धार्मिक दृष्टि से बल्कि पर्यटन और आर्थिक दृष्टि से भी सूरजपुर जिले की तस्वीर बदल देगा.कुदरगढ़ धाम की कठिन पहाड़ी चढ़ाई अब श्रद्धालुओं के लिए आसान हो जाएगी, जिससे बुजुर्ग और दिव्यांग भक्त भी आसानी से माँ के दरबार तक पहुँच सकेंगे.रोप-वे के बन जाने से यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या कई गुना बढ़ने की संभावना है, जिससे स्थानीय व्यापार, होटल व्यवसाय, परिवहन सेवाओं और हस्तशिल्प को नई पहचान मिलेगी.
देश की शीर्ष कंपनियों में हुई प्रतिस्पर्धा
माँ बागेश्वरी देवी लोक न्यास ट्रस्ट ने गत माह रोप-वे निर्माण के लिए निविदा जारी की थी। 7 अगस्त को निविदा की अंतिम तिथि और 8 अगस्त को निविदा खुलने पर देश की तीन शीर्ष कंपनियों
आरकोन इंफ्रा रोप-वे प्रा. लि., हैदराबाद, नवीन स्टील एंड रोप-वे, कांगड़ा (हिमाचल प्रदेश), जेपीएस इंजीनियरिंग, गाजियाबाद (उत्तर प्रदेश) ने इस परियोजना में भाग लिया
मूल्यांकन समिति ने तकनीकी और वित्तीय दोनों स्तरों पर परीक्षण करने के बाद हैदराबाद की आरकोन इंफ्रा रोप-वे को न्यूनतम दर देने पर एल-1 घोषित किया.यह कंपनी 1966 से देश-विदेश में 40 से अधिक बड़े रोप-वे प्रोजेक्ट सफलतापूर्वक पूरा कर चुकी है, जिनमें केदारनाथ, मनसा देवी, चंडी देवी, नैनीताल, मसूरी, नंदन कानन, राजगीर और अंबा देवी जैसे प्रमुख तीर्थस्थल शामिल हैं.
15 माह में पूरा होगा काम – 500 मीटर लंबी सुविधा
अध्यक्ष रामसेवक पैकरा ने बताया कि यह रोप-वे लगभग 500 मीटर लंबा होगा और इसे अगले 15 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित है। उन्होंने कहा कि जैसे ही सभी औपचारिकताएँ पूर्ण होंगी, कंपनी को कार्य आदेश जारी कर निर्माण प्रारंभ कर दिया जाएगा.पैकरा जी ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि को साकार करने में सहयोग देने वाले सभी ट्रस्ट सदस्यों, जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों का आभार व्यक्त किया.
धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व
कुदरगढ़ धाम न केवल सूरजपुर जिले का, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ का एक प्रमुख धार्मिक स्थल है.यहाँ शारदीय और चैत्र नवरात्रि के दौरान लाखों श्रद्धालु दर्शन करने आते हैं. कठिन पहाड़ी मार्ग, हर मौसम में चुनौतीपूर्ण यात्रा और लंबी पैदल चढ़ाई के कारण कई श्रद्धालु यहाँ आने से वंचित रह जाते थे। रोप-वे बनने के बाद अब माँ के दरबार के दर्शन सबके लिए सुलभ होंगे, जिससे श्रद्धालुओं की आस्था और भी गहरी होगी.
पर्यटन में नया अध्याय
यह परियोजना सूरजपुर को छत्तीसगढ़ के प्रमुख पर्यटन नक्शे पर एक नई पहचान देगी.आने वाले समय में यहाँ पर्यटकों की संख्या में अभूतपूर्व वृद्धि होगी, जिससे स्थानीय युवाओं को रोजगार के नए अवसर मिलेंगे.होटल, भोजनालय, परिवहन और हस्तशिल्प उद्योग को भी सीधा लाभ मिलेगा.
सीए स्वयं गोयल को मिली अहम जिम्मेदारी
कुदरगढ़ लोक न्यास ट्रस्ट ने जिले के होनहार युवा सीए स्वयं गोयल को ट्रस्ट का ऑडिटर एवं लेखा परीक्षक नियुक्त किया है.साथ ही, उन्हें रोप-वे परियोजना के लिए गठित मूल्यांकन समिति में भी शामिल किया गया है, जहाँ वे वित्तीय पारदर्शिता और प्रक्रिया की शुचिता सुनिश्चित करेंगे.
यह परियोजना सूरजपुर जिले की विकास यात्रा का एक मील का पत्थर है.जहाँ आस्था, आधुनिकता और प्रगति का संगम होगा.आने वाले वर्षों में जब भक्तजन रोप-वे से माँ कुदरगढ़ धाम पहुँचेंगे, तब यह क्षण हमेशा याद किया जाएगा कि कैसे एक संकल्प, सामूहिक प्रयास और अटूट निष्ठा ने इसे संभव बनाया.