झाबुआ। मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में मतांतरित एक परिवार के पांच सदस्य बहू की जिद के कारण वापस सनातन धर्म अपनाने यानी घर वापसी के लिए तैयार हो गए। दरअसल, बहू ने शादी के चंद घंटों बाद ही साफ कर दिया था कि उसे सिर्फ सनातन धर्म को मानने वालों के ही साथ रहना है।
शादी से पहले उसे मालूम नहीं था कि उसकी जिस परिवार में शादी हो रही है, वह सनातन धर्म का पालन नहीं करते हैं, बल्कि पूर्व में ईसाई धर्म अपना चुके हैं। ऐसे में, 19 वर्षीय संगीता भाबर ने पति आशीष मचार से विवाह के अगले ही दिन गत 18 अप्रैल को अपने ससुराल वालों से साफ कह दिया कि यदि उन्होंने सनातन धर्म में वापसी नहीं की तो वह घर में नहीं रहेगी।
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इस पर दोनों पक्षों में यह विवाद गहराने लगा कि शादी से पहले दूसरे धर्म को मानने की बात क्यों छिपाई गई? दूसरी ओर वर पक्ष कहता रहा है कि वह लंबे समय से सनातन धर्म से दूर है। मध्यस्थता करवाने वालों को यह बात पता थी।
शादी से पहले अन्य धर्म के होने की बात छिपाई गई
इस बीच 10 मई को पिता व मामा के साथ झाबुआ थाने में संगीता ने रिपोर्ट दर्ज करवा दी कि शादी से पहले अन्य धर्म के होने की बात छिपाई गई। अब उस पर भी मतांतरण के लिए दबाव बनाया जा रहा है। संगीता के ससुर गज्जू व पति आशीष को आरोपित बनाया गया। उनकी गिरफ्तारी हुई। जेल जाना पड़ा। जमानत पर रिहा हुए हैं।
सोमवार को ढेबरबड़ी के उंडवा फलिये में रहने वाले ग्रामीणों का समूह गज्जू व स्वजन के साथ झाबुआ आया। उन्होंने कहा कि बहू की इच्छा अनुसार वे सनातन धर्म को अपनाने के लिए तैयार हैं। इसके बाद वधू पक्ष भी रिश्ते को वापस स्वीकारने को सहर्ष तैयार हो गया। मंगलवार को वर पक्ष के लोग बहू को लेने के लिए बिसौली गए।
गज्जू मचार ने बताया कि वह 20 साल पहले ईसाई धर्म से जुड़ गया। अब बहू के कारण वापस सनातन धर्म अपनाने को तैयार है। परिवार के पांच सदस्य घर वापसी करेंगे। ढेबरबड़ी के सरपंच रसिया ने बताया कि शादी के तत्काल बाद सुसराल में जब ईसाई धर्म की रस्म देखी तो बहू को यह अच्छा नहीं लगा था। अब मामला खत्म हो गया है। परिवार के सदस्य वापस सनातन धर्म से जुड़ने को तैयार हो गए हैं। उनके घर वापसी का शीघ्र ही आयोजन होगा, जिसमें संत आकर आशीर्वाद देंगे।