सरगुजा में बढ़ रहे कैंसर रोगियों ने बढ़ाई चिंता, लेकिन हिस्टोपैथोलॉजी लैब ने मरीजों का दर्द किया कम

जिले में कैंसर रोगियों का आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है,जो सरगुजावासियों के लिए काफी चिंता का विषय है.लेकिन कैंसर जैसे रोग की पहचान और नियंत्रण के लिए अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज अस्पताल पूरी तरह से तैयार है.यहां का हिस्टोपैथोलॉजी लैब बीमारी के इलाज में कारगर साबित हो रहा है. पैथोलॉजी विभाग में संचालित हिस्टोपैथोलॉजी में बायप्सी टेस्ट उपलब्ध होने के बाद से लोगों को बड़ी सुविधा मिली है. अब इस गंभीर बीमारी की जांच के लिए दूसरे शहरों में जाकर लोगों को मोटी रकम नहीं खर्चनी पड़ेगी. हिस्टोपैथोलॉजी लैब में महज 150 रुपए में कैंसर की जांच की जा रही है.

मरीजों को नहीं जाना पड़ता बाहर : सरगुजा के राजमाता देवेन्द्र कुमारी सिंहदेव शासकीय चिकित्सा महाविद्यालय की स्थापना 2016 में की गई. साल 2019 में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के पैथोलॉजी विभाग में हिस्टोपैथोलॉजी लैब की स्थापना हुई. इस लैब की स्थापना होने के बाद अब अस्पताल में कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की जांच संभव हो पाई है. जिसके कारण मरीजों को अब जानलेवा बीमारी की जांच के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता. हिस्टोपैथोलॉजी लैब में बायप्सी टेस्ट के जरिए कैंसर का पता लगाया जाता है.

कैसे होती है टिशू की जांच : विशेषज्ञ चिकित्सकों के अनुसार हिस्टोपैथोलॉजी लैब में बायप्सी की जांच 5 प्रक्रियाओं से होकर गुजरती है. इसमें सबसे पहले सैम्पल की ग्रोसिंग की जाती है. ग्रॉसिंग के दौरान सैंपल की नग्न आंखों से ही जांच कर यह तय किया जाता है कि सैम्पल के किस हिस्से की जांच की जाती है. यहां से सैंपल के टिशु को प्रोसेस किया जाता है. फिर माइक्रो टोम में सेक्शन काटा जाता है. फिर इसकी स्टेनिंग कर स्लाइड तैयार की जाती है. तैयार की गई स्लाइड में कैंसर टिशु की जांच माइक्रोस्कोप के जरिए की जाती है. बड़ी बात यह है कि हिस्टोपैथोलॉजी लैब में जिस माइक्रो स्कोप का उपयोग किया जाता है. उसमें किसी भी टिशू के आकार को 1 हजार गुना तक बढ़ाने की क्षमता है.

सरगुजा में बढ़ रहा कैंसर का आंकड़ा : बड़ी बात ये है कि मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इस जांच की सुविधा 150 रूपए में हो जाती है. जबकि इसी जांच के लिए निजी अस्पताल में 12 से 15 सौ रुपए तक लगते हैं. इसमें भी राशि का निर्धारण बायप्सी हेतु लिए गए टिशु के आधार पर किया जाता है. आंकड़ों पर नजर डाले तो हिस्टोपैथोलॉजी लैब में लगातार कैंसर के मरीजों के सैम्पल आ रहे हैं.जिसमें कैंसर की पुष्टि हो रही है. वर्ष 2024 में हिस्टोपैथोलॉजी लैब में 1272 सैम्पल की जांच में 196 सैम्पल में कैंसर की पुष्टि हुई है. साल 2025 में अब तक 886 सैम्पल जांच में 101 मरीजों की पुष्टि हो चुकी है.

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