विधानसभा में RCB इवेंट की कर्नाटक सरकार ने दी थी मंजूरी, भगदड़ के बाद उठ रहे सवालों के बीच सामने आया लेटर..

कर्नाटक सरकार ने 4 जून को विधानसभा के पूर्वी हिस्से में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) की फेलिसिटेशन सेरेमनी आयोजित करने के लिए कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के अनुरोध को सख्त शर्तों के साथ मंजूरी दी थी. इसमें आयोजन स्थल पर टेंट या किसी तरह की संरचना स्थापित करने पर 15 लाख रुपये बतौर सिक्योरिटी डिपोजिट जमा कराना भी शामिल था. आयोजन समाप्त होने के 3 घंटे के भीतर इन संरचनाओं को नहीं हटाए जाने पर सिक्योरिटी डिपोजिट के 15 लाख रुपये जब्त करने बात भी इन शर्तों में शामिल थी. इस संबंध में कर्नाटक सरकार के आदेश की कॉपी आज तक के हाथ लगी है.

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राज्य सरकार के कार्मिक एवं प्रशासनिक सुधार विभाग (DPAR) ने कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) को डीसीपी विधानसभा सिक्योरिटी द्वारा जारी मंजूरी के आधार पर इवेंट के लिए अप्रूवल प्रदान किया था. मुख्य शर्तों में आयोजकों को कार्यक्रम से पहले डिमांड ड्राफ्ट के माध्यम से 10,000 रुपये का स्वच्छता शुल्क देने का निर्देश दिया गया था. लेटर ऑफ अप्रूवल में इस बात पर जोर दिया गया कि आयोजकों को कार्यक्रम स्थल पर सीढ़ियों, मूर्तियों, सड़कों या उद्यानों को होने वाली किसी भी क्षति के लिए पूरी जिम्मेदारी लेनी होगी. प्लास्टिक के उपयोग पर सख्त प्रतिबंध लगाया गया था. सभी रिफ्रेंसमेंट काउंटर कार्यक्रम स्थल के बाहर तैयार किए जाने थे, तथा स्थल पर गैस सिलेंडरों के उपयोग की अनुमति नहीं थी.

इवेंट विधानसभा में था, स्टेडियम में नहीं था: KSCA

केवल विधानसभा के पूर्वी बाहरी परिसर में निर्दिष्ट क्षेत्र में ही भोजन की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया था. ड्रोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया था, क्योंकि यह क्षेत्र नो-फ्लाई जोन में आता है. आयोजकों को कार्यक्रम की सुरक्षा और सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए पुलिस विभाग, बीबीएमपी, अग्निशमन सेवाओं और स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय करना भी आवश्यक था. किसी भी इलेक्ट्रिकल स्ट्रक्चर या इक्विपमेंट की स्थापना के लिए लोक निर्माण विभाग के नामित इंजीनियरों से प्री अप्रूवल आवश्यक था. सरकारी आदेश में यह भी कहा गया था कि कार्यक्रम के निमंत्रण कार्ड के डिजाइन को राज्य प्रोटोकॉल विंग से मंजूरी लेनी होगी.

कार्यक्रम से किसी भी तरह से दफ्तरों का कामकाज या सार्वजनिक यातायात बाधित नहीं होना था. इससे पहले आज, आरसीबी के विक्ट्री परेड के दौरान एम चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर हुई भगदड़ के बाद, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई थी, केएससीए ने सार्वजनिक रूप से सम्मान समारोह और इसके प्रबंधन से खुद को अलग कर लिया था. एसोसिएशन ने कहा कि कार्यक्रम के आयोजन या क्राउड और एंट्री गेट के मैनेजमेंट में उसकी कोई भूमिका नहीं थी. साथ ही स्पष्ट किया कि यह सम्मान समारोह विधानसभा में आयोजित किया गया था, स्टेडियम में नहीं, जो सरकार द्वारा लिया गया निर्णय था.

कुछ छोटी-मोटी घटना हुई, बहुत भीड़ थी: शिवकुमार

इस लेटर के सामने आने के बाद आज तक ने बेंगलुरु एयरपोर्ट पर कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार से सवाल किए. उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से इवेंट की अनुमति नहीं दी गई थी. वे (RCB) खुली छत वाली बस में रोड शो करना चाहते थे. मैंने कहा कि यह सुविधा नहीं है. आपको सहयोग करना होगा. वे सहमत हो गए. बस इतना ही था. कर्नाटक स्टेट क्रिकेट एसोसिएशन के बयान पर उन्होंने कहा, ‘हमने केएससीए को बताया कि उन्हें केवल 10 मिनट का समय दिया जाता है. पुलिस कमिश्नर आए और मुझसे मिले. उन्होंने मुझसे कहा कि मैं देखूं कि यह 10 मिनट के भीतर समाप्त हो जाए. उन्होंने मुझसे कहा कि कुछ छोटी-मोटी घटना हुई है, भीड़ ज्यादा बढ़ गई है. मैंने उनसे (आरसीबी मैनेजमेंट) 10 मिनट के भीतर इवेंट समाप्त करने को कहा.’

विपक्षी दलों की आलोचना पर डीके शिवकुमार ने साफ कहा, ‘विपक्ष गंदी राजनीति कर रहा है. वे इसके लिए ही पैदा हुए हैं.’ केंद्रीय मंत्री और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के खिलाड़ियों का स्वागत करने के लिए एयरपोर्ट पर जाने के लिए डीके शिवकुमार की आलोचना की थी. उन्होंने व्यंग्यात्मक लहजे में सवाल किया, ‘बुधवार की सुबह टीम को लेने के लिए एयरपोर्ट कौन पहुंचा? किसने इसे एक इवेंट में बदल दिया? यह सिर्फ उपमुख्यमंत्री और उनके दल के लोग थे. क्या यह डीके शिवकुमार की आरसीबी टीम थी?’

 

 

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