साल का आखिरी सूर्य ग्रहण वृषभ राशि के लिए रहेगा अशुभ, मिलेंगे बुरे परिणाम

ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक, सूर्य ग्रहण को बहुत ही अशुभ घटना माना जाता है. इस बार साल का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण 21 सितंबर को लगेगा, जो कि भारत में भी दृश्यमान नहीं होगा. ज्योतिषीय नजरिए से यह ग्रहण बहुत ही खास माना जा रहा है क्योंकि इस दिन सर्वपितृ अमावस्या का संयोग बन रहा है. और ठीक इसके अगले दिन 22 सितंबर शारदीय नवरात्र का संयोग भी बन रहा है. ज्योतिषियों के मुताबिक, इस ग्रहण का प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा. तो चलि जानते हैं कि साल के आखिरी सूर्य ग्रहण का प्रभाव वृषभ राशि पर कैसा पड़ेगा.

मति भ्रम की स्थिति रहेगी

21 सितंबर को लगने वाले सूर्य ग्रहण का प्रभाव मानसिक रूप से बहुत ज्यादा पड़ने वाला है. वृषभ राशि वालों को अपने फैसले सोच-समझकर लेने होंगे. कभी एक रास्ता सही लगेगा, तो कभी दूसरा लग सकता है. छोटी-छोटी बातों में उलझन बढ़ सकती है. यह समय जल्दबाजी में बड़े निर्णय लेने के लिए ठीक नहीं है. खासकर नौकरी या बिजनेस से जुड़े काम सोच-समझकर करें.

हो सकते हैं ठगी का शिकार

आगामी सूर्य ग्रहण का असर आर्थिक मामलों में सतर्क रहने की सलाह दे रहा है. किसी अनजान पर भरोसा करने से नुकसान हो सकता है. पैसों के लेन-देन, उधार या किसी नई डील में फंसने से बचें. ठगी या धोखे का डर है, इसलिए पैसे से जुड़ा हर कदम सोच-समझकर उठाएं.

जीवन पर पड़ेगा नकारात्मक असर

परिवार में किसी बात पर अनबन हो सकती है, लेकिन धैर्य रखने से हालात ठीक रहेंगे. स्वास्थ्य का ख्याल रखना होगा. खान-पान पर ध्यान दें. मानसिक तनाव से दूर रहने की कोशिश करें. रिश्तों में पारदर्शिता बनाए रखें वरना गलतफहमियां बढ़ सकती हैं.

सूर्य ग्रहण की अवधि 

भारतीय समयानुसार, साल का आखिरी और दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर, रविवार के दिन लगेगा. इस ग्रहण की शुरुआत कल रात 11 बजे होगा और इसका समापन 22 सितंबर की अर्धरात्रि में 3 बजकर 23 मिनट पर होगा. इसकी कुछ अवधि 4 घंटे से अधिक की होगी. इस ग्रहण की पीक टाइमिंग रात 1 बजकर 11 मिनट रहेगी.

कहां कहां दिखेगा ये सूर्य ग्रहण

यह ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा. यह मुख्य रूप से दक्षिणी प्रशांत महासागर, न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका के कुछ हिस्सों से दिखाई देगा. चूंकि, यह भारत में नजर नहीं आएगा, इसलिए यहां सूतक काल लागू नहीं होगा.

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