मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ को सोमवार (15 जुलाई, 2024) को एक जनहित याचिका (PIL) पर सुनवाई करते हुए इतना गुस्सा आ गया कि उन्होंने वकील को खूब सुना दिया. उन्होंने वकील को चेतावनी तक दे डाली. सीजेआई ने कहा कि अगर अगली बार ऐसी कोई पीआईएल आई तो वह भारी जुर्माना लगा देंगे. उन्होंने वकील से कहा कि वह हर हफ्ते पीआईएल लेकर आ जाते हैं.
सुप्रीम कोर्ट में एक वकील ने निठारी हत्याकांड को लेकर जनहित याचिका दाखिल की थी. सुनवाई के दौरान सीजेआई ने कहा कि इस पीआईएल में कुछ भी ऐसा नहीं है, जिस पर गंभीरता से विचार किया जा सके और कोर्ट ने पीआईएल को पूरा पढ़ा है. इसके साथ ही सीजेआई चंद्रचूड़ ने पीआईएल खारिज कर दी.
सीजेआई चंद्रचूड़ को गुस्सा तब आया जब वकील ने निठारी हत्याकांड के आलोक में जनहित याचिका को जरूरी बताते हुए उसे सही ठहराने की कोशिश की. इस पर सीजेआई चंद्रचूड़ भड़क गए और कहा कि अगर आपने दोबारा ऐसी पीआईएल दाखिल की तो आप पर पेनल्टी लगा देंगे. जस्टिस चंद्रचूड़ ने आगे कहा कि उन्होंने वकील की पाआईएल पूरी पढ़ी है, लेकिन उन्हें इसमें ऐसा कुछ नहीं लगा, जिस पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को जो करने की जरूरत है, वो वह करेगी. सीजेआई चंद्रचूड़ यहीं नहीं रुके और उन्होंने वकील से यह भी कहा कि वह करीब-करीब हर हफ्ते ही पीआईएल लेकर आ जाते हैं.
पहले भी सुप्रीम कोर्ट में ऐसे मामले देखे गए हैं, जब सीजेआई ने एक वकील को कड़ी नसीहत दी थी. एक वकील पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया था. इस मामले को वकील सीजेआई चंद्रचूड़ के पास ले गए तब सीजेआई ने वकील को नसीहत दे डाली. उन्होंने कहा कि वकील को पीठ के जजों पर ऐसे आरोप नहीं लगाने चाहिए. सीजेआई चंद्रचूड़ ने कहा कि कई बार कोर्ट में हीटेड बहस होती हैं और माहौल गर्म हो जाता है. सीजेआई ने जोर देकर कहा कि जो भी जज हो वह कभी वकीलों के साथ गलत व्यवहार नहीं करते हैं.