महिला पटवारी को तीन हजार की रिश्वत लेते लोकायुक्त टीम ने पकड़ा, इस काम के लिए मांगी थी घूस

नेपानगर। लोकायुक्त टीम ने सोमवार शाम तहसील कार्यालय में पटवारी प्रियंका ठाकुर को तीन हजार रुपये की रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। उसने डवाली खुर्द निवासी ओंकार राठौर से पुश्तैनी कृषि भूमि में बालिग हुए पुत्र का नाम दर्शाने के लिए चार हजार रुपये मांगे थे।

ओंकार एक हजार रुपये पहले ही प्रियंका को दे चुका था। सोमवार को जैसे ही उसने पटवारी कक्ष में उसे शेष बचे तीन हजार रुपये दिए लोकायुक्त टीम ने गिरफ्तार कर लिया। लोकायुक्त टीम ने पटवारी के सहयोगी नंदू कोली को भी सह आरोपित बनाया है। लोकायुक्त की इस कार्रवाई के बाद राजस्व विभाग में हड़कंप मच गया। तहसील कार्यालय में मौजूद कई पटवारी वहां से चुपचाप निकल

लोकायुक्त के कार्यवाहक निरीक्षक आशुतोष मिठास ने बताया कि महानिदेशक लोकायुक्त योगेश देशमुख के निर्देश पर भ्रष्टाचार के विरूद्ध सख्त कार्रवाई कि जा रही है। उन्होंने बताया कि आवेदक ओंकार का नाम ऋण पुस्तिका में नाबालिग और पिता का नाम अंकित है।

उसमें बालिग दर्ज कराने के लिए तहसील कार्यालय नेपानगर में आवेदन दिया था। रिश्वत की राशि नंदू ने प्राप्त की और ले जाकर पटवारी प्रियंका ठाकुर को दी थी। एक पखवाड़े के अंदर लोकायुक्त की दूसरी कार्रवाई है। इससे पहले 16 सितंबर को डिप्टी रेंजर कृष्ण कुमार बर्मन को तीन हजार की रिश्वत लेते पकड़ा गया था।

इंदौर की रहने वाली है प्रियंका

प्रियंका पटवारी हल्का नंबर 24 डवाली खुर्द तहसील नेपानगर में पदस्थ है। वर्तमान में लक्ष्मी नगर राम मंदिर के पास बुरहानपुर में रह रही है। वह मूल रूप से प्रजापत नगर फूटी कोठी रोड इंदौर की रहने वाली है। आरोपितों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण संशोधन अधिनियम 2018 की धारा सात, 61-2 व बीएनएस के तहत प्रकरण दर्ज किया गया है। इस कार्रवाई में कार्यवाहक प्रधान आरक्षक आशीष शुक्ला, आरक्षक विजय कुमार, आशीष नायडू, श्रीकृष्ण अहिरवार और महिला आरक्षक प्रिया

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