जसवंत नगर : थाना क्षेत्र की रहने वाली एक महिला ने प्रेम प्रसंग के चलते अपनी जीवन लीला समाप्त करने के लिए विषाक्त पदार्थ खा लिया.जानकारी होने पर घर वालों ने उसे इलाज हेतु अस्पताल में भर्ती करवाया जहां इलाज जारी है.
थाना क्षेत्र के ग्राम नगला पसी मौजा आलई के रहने वाले रामदास के चार बेटे जगनमोहन,बबलू,अंशुल,बटेश्वरी है. सभी बेटे जीवकोपार्जन के लिए अलग-अलग शहरों में रहकर नौकरी करते हैं. जबकि सबसे छोटा बेटा बटेश्वरी सबसे बड़े भाई जगमोहन और भाभी प्रिया के साथ अमृतसर रहकर नौकरी करता है.
तीनों एक ही घर में रहते हैं. कहते हैं जब प्यार इश्क का खुमार चढ़ता है तो वह ना तो कोई उम्र देखता है ना ही कोई सीमा बंधन यही कहावत यहां चरितार्थ हुई और देवर भाभी का स्नेह कब प्रेम प्रसंग में बदल गया इसका एहसास बड़े भाई और महिला के पति जगमोहन को भी नहीं हुआ.
दोनों में इश्क मोहब्बत का पैमाना यहां तक पहुंच गया कि दोनों देवर भाभी समाज घर की परवाह किए बिना एक साथ जीवन जीने के सपने संजोने लगे.देवर अमृतसर से एक माह पूर्व अपने गांव नगला पसी आकर रहने लगा. कुछ दिनों बाद उसकी भाभी भी गांव में ही आ गई.
पांच दिन पूर्व देवर बटेश्वरी की शादी के लिए कुछ लोग उसके घर रिश्ते के लिए आए थे. बस यही बात भाभी प्रिया को नागवार गुजरी और उसने गुरुवार शाम को विषाक्त पदार्थ खा लिया.
जिसकी सूचना परिजनों ने पुलिस को दी तो मौके पर पहुंचे क्राइम निरीक्षक रमेश सिंह ने बताया कि हालत बिगड़ने पर 108 एम्बुलेंस से सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर इलाज के लिए भर्ती कराया जहाँ पर डॉक्टरों ने गंभीर हालत देखते हुए सैफई मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया था.जहाँ पर उसका उपचार जारी था.