मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में मंगलवार को एक किसान और तीन अन्य लोगों को खदान में 16.10 कैरेट का हीरा मिला. दिलीप मिस्त्री ने अपने तीन सहयोगियों के साथ खुदाई के लिए जरुआपुर इलाके में जमीन का एक टुकड़ा पट्टे पर लिया था, जिसमें वे खुदाई कर रहे थे. दिलीप ने कहा कि वह हीरे की नीलामी से मिलने वाले रुपयों का इस्तेमाल अपने परिवार की आर्थिक स्थिति सुधारने में करेंगे.
पन्ना हीरा कार्यालय के एक अधिकारी अनुपम सिंह ने बताया कि रत्न-गुणवत्ता वाले इस हीरे को अगली सरकारी नीलामी में बिक्री के लिए रखा जाएगा. उन्होंने कोई आंकड़ा दिए बिना कहा कि इसकी अच्छी कीमत मिलने की उम्मीद है.
इससे पहले भी मिल चुका है हीरा
बिक्री की आय सरकारी रॉयल्टी काटने के बाद मालिक या मालिकों को दी जाती है. बुंदेलखंड क्षेत्र में स्थित पन्ना जिले में 12 लाख कैरेट का हीरा भंडार होने का अनुमान है. जुलाई में एक मजदूर को इलाके की एक खदान में 19.22 कैरेट का हीरा मिला था.
हीरा कार्यालय में जमा करवाया गया डायमंड
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जिस खदान में यह बेशकीमती हीरा मिला है, उसके चार मालिक हैं. हीरा मिलने से किसानों के परिवार में रोनक आ गई है. हीरा मिलने के बाद उसे हीरा कार्यालय में जमा करवाया गया.
किसानों का कहना है कि उन्हें इस खदान से हर साल हीरे मिलते हैं. जो कुछ भी कीमत लगती है, उसे चारों खदान मालिक एक दूसरे में बांट लेते हैं और खुशी बांटने के लिए गांव में भंडारा भी करवाते हैं.
खुली बोली के लिए रखा जाता है हीरा
हीरा कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, खदान में मिले हीरे में से सराकरी रॉयल्टी और टैक्स काटने के बाद रकम खदान मालिक को दे दी जाती है. इसके लिए हीरे को खुली बोली के लिए रखा जाता है.