बिहार के रोहतास जिले के अकोढी गोला थाना क्षेत्र के देवरिया गांव में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है. जहां 17 सितंबर 2008 को गांव के रहने वाले एक व्यक्ति की हत्या हो गई थी. इस मामले में रोहतास पुलिस द्वारा चार लोगों को अभियुक्त बनाकर जेल भेजा गया था. वहीं, 2025 में मृत व्यक्ति को उत्तर प्रदेश प्रदेश की झांसी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यूपी पुलिस जब उसे रोहतास लेकर पहुंची तो स्थानीय लोग भी हैरान रह गए.
जानकारी के मुताबिक 17 सितंबर 2008 को हत्या मामले में जिले के अकोढीगोला थाना में F.I.R दर्ज कराई गई थी. गांव के ही चार लोगों पर हत्या का आरोप लगा था. जिसके बाद मामले में पुलिस ने चारों लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.
वहीं, घटना के 16 वर्ष बाद उत्तर प्रदेश की झांसी पुलिस ने नथुनी पाल को खोज निकाला है. जानकारी के मुताबिक उत्तर प्रदेश के झांसी बरूआ सागर थाना के पुलिस ने थानाधुनि पाल को गिरफ्तार कर लिया. बरुआ सागर थाना के चौकी प्रभारी नवाब सिंह ने गस्ती के दौरान उसे पकड़ा है. वह पिछले 16 साल से अधिक समय से अपने गांव के लोगों को झांसा देकर इसी गांव में रह रहा था.
2008 में घर से हो गया था गायब
हत्या के आरोप में जिन चार लोगों को जेल भेजा गया था, उनकी जमीन गांव वालों के दबाव में नथुनी पाल के लोगों ने लिखवा लिया है. बताया जाता है कि नथुनी पाल के माता-पिता के निधन के बाद वह अपने रिश्ते के चाचा रति पाल के घर रहता था. अचानक जब वह घर से गायब हो गया तो नथुनी पाल के मामा बाबूलाल पाल ने अकोढीगोला थाना में नथुनी पाल के चाचा रतिपाल व उसके चचेरे भाई के खिलाफ हत्या का केस दर्ज करवाया.
जिसके बाद रोहतास पुलिस ने कार्रवाई करते हुए रतिपल व उनके तीन पुत्र को गिरफ्तार कर लिया और जेल भी भेज दिया. वहीं, अब नथुनी पाल को यूपी पुलिस रोहतास जिला लेकर आ गई है. जहां उसे बिहार पुलिस के हवाले कर दिया गया है.
फिलहाल उससे लगातार पूछताछ की जा रही है. पुलिस उससे यह भी जानने का प्रयास कर रही है कि आखिर 2008 से वह क्यों गायब था और इतने दिनों तक गायब रहकर वह क्या करता था. मामले में एसपी रोशन कुमार ने बताया कि मामले की विभिन्न बिंदु पर जांच की जा रही है. जांच के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी.