ग्वालियर। रामकृष्ण मिशन आश्रम थाटीपुर के सचिव स्वामी सुप्रदिप्तानंद को डिजिटल अरेस्ट कर की गई दो करोड़ 52 लाख 99 हजार रुपये की ठगी के मामले में पुलिस को अहम जानकारी मिली है। ठगी गई रकम में से 10 लाख रुपये उज्जैन के एक बैंक खाते से निकाले गए। वहीं उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के एक बैंक खाते में ठगी की रकम में से सर्वाधिक 1.30 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। यह करंट बैंक खाता एक फर्म के नाम पर है। पुलिस ने आशंका जताई है कि फर्म शैल कंपनी हो सकती है।
17 मार्च से लेकर 11 अप्रैल के बीच 26 दिनों तक स्वामी सुप्रदिप्तानंद को डिजिटल अरेस्ट रखा गया था।
उन्हें नासिक पुलिस का इंस्पेक्टर बनकर ठग ने डराया-धमकाया।
आश्रम के खातों से 26 दिनों में दो करोड़ 52 लाख 99 हजार रुपये देशभर के अलग-अलग बैंक खातों में ट्रांसफर करा लिए।
स्वामी सुप्रदिप्तानंद से नकली इंस्पेक्टर ने धमकाकर कहा था कि जेट एयरवेज के मालिक नरेश गोयल के मनी लांड्रिंग केस में उनके केनरा बैंक के खाते से 20 करोड़ का अनैतिक लेनदेन हुआ है।
इस मामले की जांच ग्वालियर पुलिस की क्राइम ब्रांच थाना पुलिस कर रही है। सचिव ने अपने आश्रम के बैंक खातों से पूरा ट्रांजेक्शन किया।
इसमें से सबसे अधिक रकम प्रयागराज के खाते में गई। बैंक खातों की पहली लेयर में पुलिस को प्रयागराज, लखनऊ, दिल्ली, केरला, रुड़की, मणिपुर, गुवाहाटी, छतरपुर, उज्जैन के बैंक खातों के बारे में पता चला है। पुलिस टीमें इन शहरों में जांच के लिए भेजी जा रही हैं।