मध्य प्रदेश के सागर में बीजेपी की गुटबाजी अब सड़कों पर आ गई है. कार्यक्रमों के जरिए नीचा दिखाने और अपमानित करने की राजनीति जोरों पर है. नगर निगम सागर की बीजेपी की महापौर संगीता तिवारी ने नगर निगम आयुक्त राजकुमार खत्री पर उन्हें अपमानित करने के आरोप लगाए हैं.
नगर निगम द्वारा कराये जा रहे रावण दहन कार्यक्रम के कार्ड में उनका नाम 5वें नंबर पर आने के बाद मीडिया के सवालों के जवाब में यह प्रतिक्रिया उन्होंने दी. इस मामले को महिला अपमान से जोड़कर राजनीतिक हलकों में चर्चा का विषय बना है.
दरअसल बीजेपी में पूर्व गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह की कट्टर समर्थक महापौर संगीता सुशील तिवारी और विधायक शैलेंद्र जैन, जिलाध्यक्ष श्याम तिवारी बीच मतभेद हैं, जिनके चलते पार्टी में घमासान मचा है. विधायक का गुट निगम कमिश्नर और निगमाध्यक्ष वृंदावन अहिरवार के जरिए उठापठक करता है.
निगमायुक्त के माध्यम से कार्यक्रमों में अपमानित कर रहे है : मेयर
महापौर संगीता तिवारी ने इस मुद्दे पर कहा कि मेरे खिलाफ किसी के कहने पर या जानबूझकर निगमायुक्त षड़यंत्र रच रहे हैं. मुख्यमंत्री के पद्माकर सभागार में हुए कार्यक्रम में जानबूझकर मुझसे उनका स्वागत नहीं कराया गया. मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के हितग्राहियों के चेक वितरण कार्यक्रम में मुझे बुलाकर पूरे 40 मिनट तक इंतजार कराया और स्वयं बहुत देर से आये. स्वच्छता ही सेवा अभियान के तहत 30 सितंबर को म्युनिसिपल स्कूल में निगम द्वारा लगाये गये वोकल फॉर लोकल मेला में जब मैं पहुंची तो वहां न वे स्वयं आये न निगम के किसी अधिकारी को आने दिया.
‘कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगी मेयर’
नगर निगम सागर द्वारा आज दशहरा पर रावण दहन कार्यक्रम आयोजित है. आमंत्रण पत्र में उनका नाम प्रोटोकॉल के बावजूद नीचे किया गया. इससे विवाद बना, नगर निगम प्रशासन ने दुबारा कार्ड छपवाए. इस मामले में महापौर का कहना है कि कार्ड में मेरा नाम कहा है, किस नंबर पर है, उससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. मैं सागर नगर की साढ़े 3 लाख जनता की सेवा के लिए हर संघर्ष करने तैयार हूँ. मुझे मेरे पार्षदों एवं कर्मचारियों ने ही अवगत कराया है कि दशहरा के कार्यक्रम में मुझे अपमानित करने षड़यंत्र रचा जा रहा है. ऐसे में सबने सलाह दी है कि मैं वहां न जाऊं.
‘नगर के विकास के लिए मैं पूरी ताकत के साथ डटकर रहूंगी खड़े’
महापौर संगीता तिवारी ने कहा कि यह हर कोई जानता है. किसके इशारे पर यह सब हो रहा है. यहां के पूरे घटनाक्रमों को लेकर शासन और संगठन को अवगत करा दिया है. निगमायुक्त और उनके पीछे से यह खेल करा रहे लोग चाहे कितनी भी साजिश कर लें. नगर के विकास के लिए मैं पूरी ताकत के साथ डटकर खड़ी रहूंगी.