कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 9 अगस्त को रेप के बाद ट्रेनी डॉक्टर की हत्या कर दी गई थी. देश को झकझोर देने वाली इस घटना के बाद से वहां डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी है. सीएम ममता बनर्जी कई बार प्रदर्शन खत्म करने की गुजारिश कर चुकी हैं. इस बीच सोमवार को प्रदर्शनकारी डॉक्टरों ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव से कहा, अगर दोनों पक्षों को बैठक में बातचीत रिकॉर्ड करने की अनुमति दी जाती है तो वो इसमें शामिल होंगे.
डॉक्टरों की इस मांग पर मुख्य सचिव मनोज पंत का बयान भी आया है. उन्होंने कहा है कि दोनों पक्ष बैठक के विवरण पर हस्ताक्षर करेंगे. बातचीत के बाद हर पक्ष को इसकी प्रतियां दी जाएंगी. उधर, आरजी कर हॉस्पिटल मामले में सीबीआई द्वारा कोलकाता पुलिस अधिकारी की गिरफ्तारी ने बैठक की पारदर्शिता की जरूरत बढ़ा दी है.
अभया के मामले में निष्पक्ष जांच हो
इसी मामले में सोमवार को दिल्ली में प्रेस क्लब में पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर फ्रंट और रेजिस्टेंस डॉक्टर्स एसोसिएशन की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई. इसमें बंगाल के सीनियर डॉक्टर राजेश पांडे ने बताया कि हमारी पहली मांग है कि अभया के मामले में निष्पक्ष जांच हो. 14 तारीख की घटना में बाहर से आकर लोगों ने प्रोटेस्ट किया था. इनमें से कितने लोगों को गिरफ्तार किया गया. इसकी जानकारी के साथ पूरी जांच सामने आनी चाहिए.
उन्होंने कहा कि हमारे जो भी जूनियर छोटे भाई-बहन डॉक्टर इस प्रोटेस्ट में हैं, हम सीनियर सरकारी डॉक्टर उनके साथ हैं. जो लोग हमारे डॉक्टर से संपर्क करते हैं और प्रोटेस्ट में शामिल होने की वजह से उनके खिलाफ पुलिस बुलाकर जिस तरह से पूछताछ कर रही है, हम लोग उसकी निंदा करते हैं. हम लोग चाहते हैं कि जो लोग शांतिपूर्व प्रदर्शन कर रहे हैं, उनके खिलाफ सरकार की तरफ से इस तरह की कार्रवाई बंद हो.
आरजी कर मेडिकल कॉलेज की डॉक्टर अरिशा ने कहा कि महिला डॉक्टर के केस में सीसीटीवी फुटेज सीबीआई को क्यों नहीं सौंपे गए. चालान कहां गया? अंतिम संस्कार जल्दी में क्यों किया गया? डीसी नॉर्थ की ओर पीड़िता के परिजन को पैसे की कथित पेशकश करना अपराध को छुपाने की कोशिश दिखाता है. 14-15 अगस्त को उग्र भीड़ ने हम पर हमला किया था. कोलकाता पुलिस के आयुक्त ने हमले की जिम्मेदारी भी नहीं ली. सीबीआई ने अभी तक हमारे सहयोगी के साथ हुए जघन्य अपराध को लेकर रिपोर्ट दी है.
प्रदर्शनकारी डॉक्टरों की मांग मांग
- अभया के लिए न्याय: दोषियों को सजा मिले.
- स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को हटाया जाए.
- अक्षम और लापरवाह पुलिस के अधिकारीयों को पद से हटाया जाए. कोलकाता आयुक्त, डीसी नॉर्थ और डीसी सेंट्रल पर कार्रवाई हो.
- सभी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों पर स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो. हर ऑन कॉल रूम में पैनिक बटन इंस्टॉल करें.
- सरकारी स्वास्थ्य विभाग में थ्रेट कल्चर खत्म हो. हर मेडिकल कॉलेज में छात्र संघ का चुनाव हो.
इसलिए हम अभी तक काम पर वापस नहीं लौटे
पश्चिम बंगाल जूनियर डॉक्टर फ्रंट के डॉक्टर बिप्रेश ने कहा कि हम अभी भी अपने वर्किंग एनवायरनमेंट में सुरक्षित महसूस नहीं करते हैं. इसलिए हम अभी तक काम पर वापस नहीं लौटे हैं. क्या आज सीएम के साथ प्रस्तावित बैठक में जाएंगे? इस सवाल के जवाब में डॉक्टरों ने कहा कि हम लोग इस मुद्दे को सॉल्व करना चाहते हैं. आखिरी बार हम बारिश में 2 से ढाई घंटे तक इंतजार करते रहे.
उन्होंने कहा कि हम वीडियो रिकॉर्डिंग चाहते थे. ये बात नहीं मानी गई. हम मीटिंग में जाएंगे या नहीं, ये वहां के जूनियर डॉक्टर से बात करके बता पाएंगे.सुनंदा घोष ने कहा कि अभी भी डर का माहौल है. कई मेडिकल कॉलेज में थ्रेट कल्चर अभी भी है. परीक्षा में फेल कराने से लेकर थीसिस सबमिट ना होने के भी मुद्दे हैं.