कासगंज में SOG और थाना पुलिस की करतूत उजागर, तीन लाख की घूस लेने पर चार पुलिसकर्मी सस्पेंड

उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां पुलिस पर एक व्यक्ति को झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर तीन लाख रुपये की घूस लेने का आरोप लगा है. थाना सहावर क्षेत्र निवासी अजय कुमार वर्मा ने एसपी अंकिता शर्मा को शिकायत दी थी कि SOG कासगंज में तैनात सिपाही पवन, एक शातिर नकबजन जय प्रकाश उर्फ जेपी के साथ उनके घर आया. पवन ने आरोप लगाया कि अजय ने चोरी का सामान खरीदा है और जेल भेजने की धमकी दी.

सिपाही ने उनसे चोरी के जेवरात और 50 हजार रुपये की मांग की. इसके बाद अजय को पकड़कर थाना पटियाली ले जाया गया, जहां सिपाही पवन और सोवरन सिंह ने तीन लाख रुपये मांगे. डर के कारण अजय ने रात तीन बजे अपने बच्चों को फोन किया. बच्चों ने उधार लेकर तीन लाख रुपये पुलिस को दिए, तब जाकर अजय को छोड़ा गया.

एसपी अंकिता शर्मा ने इस शिकायत पर गोपनीय जांच कराई. जांच में आरोप सही पाए गए. अजय की तहरीर पर थाना पटियाली में अपराध संख्या 322/2025, धारा 140(2)/308(6) BNS और 7/13 पीसी एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है.

एसपी ने चार पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया

जांच में SOG प्रभारी उपनिरीक्षक विनय शर्मा, थाना प्रभारी पटियाली निरीक्षक रामवकील सिंह, सिपाही पवन और सोवरन सिंह की भूमिका संदिग्ध पाई गई. एसपी ने चारों को तत्काल सस्पेंड कर दिया है. मामले की जांच क्षेत्राधिकारी पटियाली को सौंपी गई है.

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