रूस की मशहूर इन्फ्लुएंसर एकातेरिना बदुलिना को क्या पता था कि एक मामूली बुखार उसकी जिंदगी के सबसे बड़े राज का पर्दाफाश करेगा. एक अस्पताल के कमरे में डॉक्टरों ने जो खोजा, उसने न सिर्फ उनके होश उड़ा दिए.
सर्दियों की एक ठंडी सुबह, एकातेरिना ने डॉक्टर के पास जाने का फैसला किया. उसे बुखार और कंपकंपी ने बुरी तरह जकड़ रखा था.एकातेरिना को ऐसा लग रहा था उसे क्या न्यूमोनिया हो गया है?
डॉक्टरों ने फौरन एक्स-रे किया, लेकिन जो देखा, वो किसी के भी पैरों तले जमीन खिसकाने के लिए काफी था. एकातेरिना के फेफड़ों में एक धातु का टुकड़ा – 5×16 मिमी का स्प्रिंग – साफ नजर आ रहा था.
एक रहस्य जो 7 साल से छुपा था
यह स्प्रिंग वहां कैसे पहुंचा? सवाल का जवाब ढूंढने के लिए डॉक्टरों ने गहराई से जांच शुरू की. तब खुलासा हुआ कि यह टुकड़ा एकातेरिना की 7 साल पुरानी सर्जरी का हिस्सा था.
27 साल की उम्र में एकातेरिना को थ्रोम्बोएम्बोलिज्म हुआ था. एक गंभीर स्थिति जिसमें खून का थक्का बन जाता है. उस समय डॉक्टरों ने उसकी जान बचाने के लिए 33 ट्यूब्स लगाई थीं. लेकिन किसी को अंदाजा नहीं था कि उन ट्यूब्स में से एक स्प्रिंग उसके शरीर में छूट जाएगा और 7 साल बाद उसकी जान का दुश्मन बन जाएगा.
हर पल मौत के करीब
डॉक्टरों के मुताबिक, यह स्प्रिंग खून के जरिए फेफड़ों तक पहुंच गया था. यह किसी भी पल आपकी जान ले सकता है. आप हर सांस के साथ मौत के और करीब जा रही हैं.
यह सुनते ही एकातेरिना की आंखों के सामने अंधेरा छा गया, लेकिन एकातेरिना ने डर के आगे घुटने टेकने से इनकार कर दिया. सर्जरी का फैसला लिया गया. ऑपरेशन थिएटर में हर पल ऐसा लग रहा था जैसे जिंदगी और मौत के बीच सीधी लड़ाई हो रही हो.
मौत को हराया, जिंदगी की जीत
घंटों की मेहनत के बाद डॉक्टरों ने आखिरकार उस स्प्रिंग को निकाल दिया. ऑपरेशन सफल रहा, और एकातेरिना की जान बच गई.