भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच तालिबान के वरिष्ठ नेता और पाकिस्तान में अफगानिस्तान के पूर्व राजदूत मुल्ला अब्दुल सलाम ज़ईफ़ ने बड़ा बयान दिया है. ज़ईफ़ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तीखा पोस्ट करते हुए पश्तूनों को आगाह किया कि पाकिस्तान ‘जिहाद’ के नाम पर उन्हें अपने सियासी खेल में न फंसाए.
ज़ईफ़ ने साफ कहा कि यह लड़ाई जिहाद नहीं है, बल्कि पाकिस्तान की राजनीतिक चाल है. उन्होंने पश्तून परिवारों से अपील की कि वे अपने बच्चों को इस झूठे जिहाद से दूर रखें. उनका कहना था कि पाकिस्तान इस समय भारत से चल रही तनातनी में तालिबान से हमदर्दी बटोरने की कोशिश कर सकता है, लेकिन अफगान लड़ाकों को इसका हिस्सा नहीं बनना चाहिए.
तालिबान का पाकिस्तान से पुराना रिश्ता, लेकिन अब बदले सुर
तालिबान, जो कि ज्यादातर पश्तूनों का ही संगठन है, का पाकिस्तान से पुराना रिश्ता रहा है. एक समय में दोनों के रिश्ते मजबूत माने जाते थे, लेकिन अब सुर बदलते दिख रहे हैं/ ज़ईफ़ का बयान इसी बदले रुख की ओर इशारा करता है. माना जा रहा है कि तालिबान अब पाकिस्तान और भारत के बीच के टकराव में ‘मोहरा’ नहीं बनना चाहता.
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक और उसके बाद की हलचल
भारत ने मंगलवार रात ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के कई आतंकी ठिकानों पर हमला किया जिसमें 100 आतंकियों के मारे जाने और 26 के घायल होने की खबर है. इसके बाद से ही सीमा पर तनाव और बढ़ गया है. कल रात से ही पाकिस्तान भारत के कई शहरों पर हमले की नापाक कोशिशों में लगा है मगर भारत उसके हर मंसूबों को ध्वस्त करने में कामयाब हुआ है. इस बीच ज़ईफ़ का यह बयान क्षेत्रीय सियासत में हलचल पैदा कर गया है.
व्यापार पर भी पड़ा असर, वाघा बॉर्डर पर फंसे ट्रक
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव का असर अफगानिस्तान के व्यापार पर भी पड़ रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान से भारत को भेजे जाने वाले माल से भरे कंटेनर वाघा बॉर्डर पर फंसे हुए हैं. अफगानिस्तान-पाकिस्तान जॉइंट चैंबर ऑफ कॉमर्स के प्रमुख नकीबुल्लाह सफी ने बताया कि हमारे कई ट्रक, जिनमें सूखे मेवे हैं, सीमा पर अटके हुए हैंय अगर ये हालात लंबे समय तक चले, तो इसका असर अफगान व्यापार पर पड़ेगा. ज़ईफ़ के इस बयान से साफ है कि तालिबान अब खुद को एक जिम्मेदार शासन के तौर पर पेश करना चाहता है. भारत-पाक के बीच के किसी भी टकराव से दूर रहकर तालिबान अपनी स्थिरता और क्षेत्रीय संतुलन बनाए रखना चाहता है.