कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर बीजेपी ने तंज कसा है और गुजरात में पार्टी की हार के लिए राहुल गांधी को ही जिम्मेदार बताया है. बीजेपी का कहना था कि राहुल को यह समझना चाहिए कि कांग्रेस की चुनावी हार के लिए वे ही जिम्मेदार हैं. बीजेपी का कहना था कि राहुल ने पहले संवैधानिक संस्थाओं, फिर सरकार और मीडिया पर लगातार आरोप लगाए और अब उन्होंने (राहुल) अपने ही लोगों पर आरोप लगाना शुरू कर दिया.
दरअसल, कांग्रेस नेता राहुल गांधी शुक्रवार को दो दिवसीय दौरे पर गुजरात पहुंचे. शनिवार को दूसरे दिन उन्होंने अहमदाबाद में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित किया. इस दौरान राहुल बेहद सख्त नजर आए और उन नेताओं और कार्यकर्ताओं को हटाने की अपील की जो गुप्त रूप से बीजेपी के लिए काम कर रहे हैं. राहुल ने कहा, यदि 30-40 लोगों को भी हटाना पड़े तो हटा देना चाहिए और जो लोग बीजेपी के लिए गुप्त रूप से काम कर रहे हैं, उन्हें बाहर कर देना चाहिए.
राहुल गांधी की टिप्पणी की बीजेपी ने आलोचना की और कांग्रेस पर अपनी विफलताओं का दोष दूसरों पर डालने का आरोप लगाया. बीजेपी ने राहुल से जिम्मेदारी लेने का आग्रह किया.
‘जब से राहुल और उनकी मां ने पार्टी की कमान संभाली है…’
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा, जब से राहुल और उनकी मां सोनिया गांधी पार्टी की कमान संभाले हैं, तब से कांग्रेस की स्थिति खराब हो गई है. कांग्रेस के 140 साल के इतिहास में सबसे असफल नेता गुजरात गए और पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक कर उन्हें सफलता के मूल मंत्र सिखा रहे हैं. हालांकि, यह पार्टी का आंतरिक मामला है, लेकिन उनके बयान निश्चित रूप से कांग्रेस की आंतरिक दुर्दशा और उनकी बिगड़ती मानसिक स्थिति की ओर इशारा करते हैं.
‘ऐसा कोई उदाहरण नहीं मिलेगा’
राज्यसभा सदस्य त्रिवेदी ने आरोप लगाया कि संवैधानिक संस्थाओं, सरकार और मीडिया पर लगातार आरोप लगाने के बाद उन्होंने (राहुल) अपने ही लोगों पर आरोप लगाना शुरू कर दिया है. आपको ऐसा कोई उदाहरण कभी नहीं मिलेगा, जब कोई नेता अपनी ही पार्टी के लोगों को इस तरह सार्वजनिक रूप से अपमानित करे. त्रिवेदी ने दावा किया कि अगर राहुल गांधी आत्मचिंतन करेंगे तो उन्हें एहसास होगा कि वो पार्टी में सबसे खराब नेता हैं.
बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा, राहुल गांधी ने गुजरात में खुद को और अपनी पार्टी को ट्रोल किया है और खुद को आईना दिखाया है. वो अपनी विफलताओं के लिए खड़गे जी और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को दोषी ठहरा रहे हैं. पूनावाला ने तंज कहा, उन्होंने (राहुल) कहा कि उनकी पार्टी के आधे से ज्यादा नेता बीजेपी के साथ मिले हुए हैं, जबकि उन्होंने अपनी पार्टी को 90 से ज्यादा चुनावों में हराया है. इस लिहाज से वे बीजेपी की सबसे बड़ी संपत्ति हैं.
पूनावाला ने एक्स पर पोस्ट किए गए वीडियो में राहुल से पूछा, क्या आप बीजेपी के साथ मिले हुए हैं. पहले वे खुद का मूल्यांकन करें. इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों, चुनाव आयोग, मतदाता सूचियों, अपने पार्टी कार्यकर्ताओं और लोगों पर दोष मढ़ रहे हैं. उन्होंने आरोप लगाया, अगर चुनाव में पार्टी को हराना एक कला है तो कलाकार राहुल गांधी हैं.
‘कम से कम उन्हें इंसान तो समझें’
बीजेपी प्रवक्ता ने राहुल से अपने पार्टी कार्यकर्ताओं को ‘घोड़ा’ की श्रेणी में रखने पर भी सवाल उठाया और कहा कि कम से कम उन्हें इंसान तो समझें. पूनावाला ने कहा, उन्होंने कहा कि रेस के घोड़ों को बारात में लगा दिया गया. उन्होंने पूछा, क्या यह मल्लिकार्जुन खड़गे (कांग्रेस अध्यक्ष) के नेतृत्व पर सवाल था? क्या राहुल गांधी की नजर खड़गे जी की कुर्सी पर है?
उन्होंने कहा कि वे इस तरह की टिप्पणियों से खड़गे का अपमान करना बंद करें और उनकी पार्टी के कार्यकर्ताओं को घोड़ा, गधा, बब्बर शेर और बिल्ली कहना बंद करें. पूनावाला ने कहा, गुजरात और पूरे देश में कांग्रेस की खराब स्थिति के लिए आपका परिवार कितना जिम्मेदार है, इस पर आत्मचिंतन करें और कुछ कार्रवाई करें.
बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला ने कहा, अपनी असफलताओं के लिए दूसरों को दोष देना बंद करें. पहले ईवीएम, अब कार्यकर्ता – अब कौन? जनता?? अगर कांग्रेस का आधा हिस्सा गद्दार है तो आप कांग्रेस को 90+ बार हारने के लिए क्यों मजबूर कर रहे हैं.
उन्होंने ट्वीट किया, आप खड़गे जी को अप्रत्यक्ष रूप से दोष क्यों दे रहे हैं? भाई, थोड़ा आत्म-बोध करें और बदलाव के लिए अपनी असफलताओं को स्वीकार करें, लेकिन हां, गुजरात में कांग्रेस के लिए कोई मौका नहीं है – यह सच है