लखनऊ के इंदिरा नगर इलाके में नारियल पानी बेचने वाले एक दुकानदार की हत्या के मामले में पुलिस ने सनसनीखेज खुलासा किया है. 22 साल के मनोज की 19 जून की रात पीट-पीटकर हत्या की गई थी. वारदात को ‘ब्लाइंड मर्डर’ मानकर जांच शुरू की गई. करीब 150 सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया. पूछताछ में पता चला कि मुख्य आरोपी सोनू कश्यप ने 10 साल पहले अपनी मां से मारपीट का बदला लेने के लिए इस हत्या की साजिश रची थी.
इंदिरा नगर थाना पुलिस की जांच में सामने आया कि वारदात के बाद आरोपी पार्टी मनाने चले गए थे. सीसीटीवी फुटेज में एक युवक ऑरेंज कलर की ‘डेविल’ प्रिंट वाली टी-शर्ट में भागता दिखा, जिसकी पहचान सोनू कश्यप के रूप में हुई. सोशल मीडिया खंगालने पर सोनू की वही टी-शर्ट पहने पार्टी में झूमते हुए एक तस्वीर मिली. जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने अपना जुर्म नहीं कबूला, लेकिन फोटो में नजर आ रहे अन्य युवकों ने पुलिस के सामने हत्या की बात स्वीकार ली.
मामले में डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने बताया- सोनू ने पुलिस से कहा कि वह 10 साल से मनोज को खोज रहा था. तीन महीने पहले माही मेडिकल के पास उसे ठेला लगाते देखा, जिसके बाद वह रेकी करने लगा. मनोज से बदला लेने के लिए सोनू ने चार दोस्तों को शामिल किया और वारदात के दिन सबने मिलकर रॉड से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी. मनोज की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने 2015 में सोनू की मां से मारपीट की थी, जिसके खिलाफ थाने में एनसीआर दर्ज थी.
पुलिस के मुताबिक, घटना की पूरी योजना पहले से तैयार की गई थी. सलामू ने रॉड लाने की जिम्मेदारी ली जबकि बाकी आरोपी मनोज की दुकान बंद होने का इंतजार करते रहे. जैसे ही मनोज ठेला समेटकर घर के लिए निकला, सभी आरोपी उस पर टूट पड़े. गंभीर रूप से घायल मनोज को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी.
रविवार को पुलिस ने मुख्य आरोपी सोनू कश्यप समेत पांचों आरोपियों- सन्नी कश्यप, सलामू, रंजीत कुमार और रहमत अली को गिरफ्तार कर लिया. इंदिरा नगर पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए सीसीटीवी फुटेज, मोबाइल लोकेशन और सोशल मीडिया अकाउंट की गहन जांच की. इस खुलासे के साथ पुलिस ने हत्या की गुत्थी सुलझा ली है और अब सभी आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जा रही है.