अमेठी : उत्तर प्रदेश में लागू नई आबकारी नीति का असर जिले में साफ नजर आने लगा है.आलम यह है कि आबकारी विभाग ने वित्तीय वर्ष समाप्त होने से पहले ही सिर्फ पाँच महीने में ही शासन द्वारा आवंटित लक्ष्य से कहीं अधिक राजस्व हासिल कर लिया है.इसका सबसे बड़ा कारण अंग्रेजी शराब और बियर को कंपोजिट किए जाने के साथ-साथ अवैध शराब बनाने वालों पर की जा रही ताबड़तोड़ कार्रवाई को माना जा रहा है.
दरअसल, प्रदेश सरकार ने इस साल अंग्रेजी शराब और बियर की दुकानों को कंपोजिट करते हुए एक ही प्लेटफार्म पर कर दिया.इस निर्णय के चलते अमेठी जिले में अंग्रेजी शराब की बिक्री में लगभग 50 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी दर्ज की गई. अप्रैल से अगस्त तक जिले को शासन से 117.13 करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य दिया गया था, जबकि विभाग ने केवल पाँच महीनों में ही 127.81 करोड़ रुपये की शराब बिक्री कर 109.12 प्रतिशत की उपलब्धि हासिल कर ली.
नई नीति लागू होने के बाद विभाग अवैध शराब बनाने वालों पर भी सख्त रुख अपना रहा है.पिछले पाँच महीनों में 447 आबकारी अधिनियम के अंतर्गत एफआईआर दर्ज की गईं और 7509 लीटर अवैध शराब को जब्त किया गया.वहीं, 106 आरोपियों को हिरासत में लेकर 7 को जेल भेजा गया है। विभाग ने मौके से बरामद करीब 50,000 किलो लहन को भी नष्ट किया है.
विशेषज्ञों का मानना है कि नई आबकारी नीति ने जहां राजस्व में रिकॉर्ड बढ़ोतरी दी है, वहीं विभाग की कार्रवाई से अवैध शराब कारोबारियों पर भी कड़ा शिकंजा कसा जा रहा है.