ग्वालियर में नाबालिग छात्रा को जबरन कार में बैठाकर भागने की कोशिश कर रहे दो युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। हालांकि पूछताछ में सामने आया है कि असल में यह अपहरण नहीं था।
लड़की और उसका दोस्त आर्यन सोशल मीडिया पर रील बनाते हैं। माधवनगर गेट पर भी वे रील बनाने के लिए मिले थे। बातचीत के दौरान बहस हो गई और आर्यन ने उसे मनाने के लिए मजाक में कार में धक्का देकर बैठा लिया। पास में मौजूद एक नागरिक ने इसे अपहरण समझकर पुलिस को सूचना दे दी।
इसके बाद इस “रील” के झगड़े में असली पुलिस चार घंटे तक उलझी रही। लड़की ने पुलिस के सामने स्पष्ट किया कि दोनों लड़के उसके दोस्त हैं और वह अपनी मर्जी से कार में बैठी थी। हालांकि यह अपहरण नहीं निकला, लेकिन जागरूक नागरिक की सतर्कता के कारण पुलिस की एक तरह से मॉकड्रिल जरूर हो गई।
दरअसल, शहर के हजीरा पटेल स्कूल के पास रहने वाली 18 वर्षीय छात्रा सोशल मीडिया पर रील बनाकर अपलोड करती है। सोशल मीडिया पर रील बनाने के दौरान उसकी दोस्ती गोल पहाड़िया निवासी आर्यन सक्सेना से हुई थी, जो खुद भी रील बनाने में सक्रिय है। छह महीने पहले दोनों की दोस्ती हुई थी और दोनों साथ में रील बनाने लगे थे।
सोमवार को ईद उल-फितर मनाने के बाद लड़की आर्यन के बुलाने पर रील बनाने के लिए घर से निकली। माधवनगर गेट पर मिलने के बाद वे किसी अन्य स्थान पर जाने की योजना बना रहे थे।
सड़क पर मजाक में हुई बहस, बन गया अपहरण का सीन
माधवनगर गेट पर आर्यन अपनी कार में अभिषेक नारगे के साथ पहुंचा, जो उसके वीडियो शूट करता है। रील को लेकर मजाक में बहस होने पर लड़की नाराज हो गई। आर्यन उसे मनाने लगा, लेकिन भीड़ इकट्ठी होने लगी। उसने कहा कि गाड़ी में बैठकर बात करेंगे और मजाक में लड़की को हल्का सा धक्का देकर कार में बैठा लिया। फिर तेजी से कार लेकर वहां से निकल गया।
इसी दौरान पास से गुजर रहे एक युवक ने यह नजारा देखा और उसे लगा कि लड़की का अपहरण हो रहा है। उसने बिना देर किए जागरूक नागरिक होने का फर्ज निभाते हुए पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दे दी।
25 मिनट में घेराबंदी कर पुलिस ने कार पकड़ी
सूचना देने वाले ने बताया कि कार माधवनगर से बाड़े की ओर भागी है। इस पर पुलिस ने तत्काल घेराबंदी कर दी। करीब 25 मिनट बाद रॉक्सीपुल पर पुलिस ने कार को ट्रेस कर लिया और बैरिकेड्स लगा दिए। कार सवारों ने बैरिकेड्स को टक्कर मारने की कोशिश की, लेकिन बच नहीं सके। पुलिस ने लड़की को मुक्त कराकर दोनों युवकों को माधौगंज थाने पहुंचाया।
जब तीनों से पूछताछ की गई तो पता चला कि यह अपहरण का मामला नहीं था। लड़की ने बताया कि आर्यन उसका दोस्त है और वह अपनी मर्जी से कार में बैठी थी।
इस मामले पर एएसपी कृष्ण लालचंदानी ने कहा, “अपहरण की सूचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई कर कार को रोका और लड़की व दो लड़कों को हिरासत में लिया। पूछताछ में पता चला कि वे आपस में दोस्त हैं और मामला अपहरण का नहीं था।”