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धड़ से अलग किया सिर, निकाली आंखें, नाक-कान काट चाकू से छील दी खोपड़ी… आखिर क्यों वहशी बने दोस्त?

एक दिन तुम दोनों को बहुत पैसे मिलेंगे… इसके लिए एक काम करना होगा…? ये लालच था जल्दी अमीर बनने का और इस लालच ने एक दोस्त को ऐसी मौत दी जिसे सुनकर पुलिस के भी रोंगटे खड़े हो गए. दोस्त की हत्या की गई और उसका सिर धड़ से अलग कर दिया गया. पैसे पाने का ख्वाब पाले हत्यारे दोस्तों के हाथ यहीं नहीं कांपे, उन्होंने हैवानियत की सारी हदें पार कर दीं. आगे जो हुआ उसे जानकर दिल दहल जाएगा, उससे पहले वारदात पर नजर डालते हैं.

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राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद इलाके के एक जंगल से 22 जून को एक युवक की लाश मिली. शव के धड़ से सिर गायब था. पुलिस ने आसपास के एरिये को सर्च किया लेकिन सिर नहीं मिला. मृतक युवक की शिनाख्त भी की गई. मृतक की पहचान बिहार के जिला मोतिहारी थाना पिपरा के गांव बिशनपुर के राजू कुमार के रूप में हुई.

दिल्ली में फूफा के साथ रहता था राजू

राजू के माता-पिता का निधन हो गया था. वह दिल्ली के ताहिरपुर में अपने फूफा गणेश के पास रहता था और चाट-पकौड़े का ठेला लगाता था. अचानक वह 15 जून को गायब हो गया. रात तक वह अपने घर वापस नहीं पहुंचा. उसके फूफा ने पुलिस से शिकायत की लकिन रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई. अब सवाल था कि आखिर राजू कहां गायब हुआ और उसकी हत्या किसने की? शुक्रवार को पुलिस ने इस वीभत्स हत्याकांड का खुलासा किया.

दोस्त ने किया अगवा, कर दी हत्या

डीसीपी निमिष पाटिल ने जानकारी देते हुए बताया कि राजू की हत्या विकास उर्फ परमात्मा, विकास और उसके दोस्त धनंजय ने की थी. पुलिस ने विकास और धनंजय को गिरफ्तार कर लिया. परमात्मा फरार है और वह इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी है. पुलिस गिरफ्त में आए विकास और धनंजय मृतक राजू के दोस्त थे. ये और फरार आरोपी भी दिल्ली में रहते हैं. पुलिस ने बताया कि वारदात का मुख्य आरोपी परमात्मा तंत्र-क्रिया करता है. वह पेशे से ई-रिक्शा चालक है. एक दिन उसकी मुलाकात विकास और धनंजय से हुई. परमात्मा ने उन्हें पैसा कमाने का शॉर्ट कट तरीका बताया. उसने उनसे तंत्र-क्रियाओं के जरिए उन्हें जल्द अमीर बनने का ख्बाव दिखाया. जब दोनों ने परमात्मा से पूछा कि इसके लिए क्या करना होगा…? इसका जबाव बड़ा डरावना था!

तंत्र-क्रिया के लिए मानव खोपड़ी की तलाश

डीसीपी ने बताया कि आरोपी परमात्मा ने विकास और धनंजय को बताया कि वह टोना टोटके के जरिए पैसा कमा सकते हैं. इसके लिए एक मानव खोपड़ी की जरूरत है. इसके लिए किसी शख्स की तलाश करनी होगी, जिसकी खोपड़ी पर तंत्र-क्रिया की जा सके. परमात्मा ने इसके लिए दोनों को 5 लाख रुपये का लालच भी दिया. पैसे के लालच में धनंजय का ध्यान अपने दोस्त राजू पर गया. 15 जून को वह उसे अगवा कर परमात्मा के घर ले गया. तीनों आरोपियों ने मिलकर राजू को पांच दिन तक शराब पिलाई. उसे नशे में रखा गया.

हत्या कर काट डाला सिर

21-22 जून की दरमियानी रात में पहले राजू की हत्या कर दी गई. उसके गले में फंदा डालकर उसे पंखे से लटका दिया. फिर तीनों उसके शव को ऑटो के जरिए टीला मोड़ थाना इलाके के जंगल में ले गए. वहां आरोपियों ने राजू के सिर को छुरी के जरिए धड़ से अलग कर दिया. एक प्लास्टिक की बाल्टी में उसके सिर को रखकर धड़ वहीं जंगल में फेंक दिया. वह सिर रखी बाल्टी को लेकर वापस परमात्मा के घर पहुंचे.

चाकू से निकाली आंखें, काटे नाक और कान, छील दी खोपड़ी

उसके बाद उस सिर से चाकू की मदद से उसकी आंखें निकाली गई. उसके कान और नाक काट दी गई. उसके बाल को उखाड़ कर खाल छीली दी गई. फिर उसकी खोपड़ी पर तंत्र-साधना की गई. पैसा कमाने की आस में पूरे सात दिन तक वह राजू की खोपड़ी पर जादू-टोना करते रहे. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि परमात्मा रात में खोपड़ी पर तंत्र-क्रिया किया करता था. जब उसे सफलता नहीं मिली तो उसने विकास और धनंजय से दूसरी खोपड़ी लेन को कहा. मौका पाकर वह कटा सिर लेकर फरार हो गया.

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