500 पहुंची मरीजों की संख्या, शिवपुरी में भंडारे का बासी भोजन करने वाले ग्रामीणों को फूड पॉइजनिंग

शिवपुरी। शिवपुरी के करैरा अनुभाग के ग्राम मामौनीकलां में भंडारे का बासी भोजन खाने से सैकड़ों ग्रामीण बीमार हो गए। शनिवार और रविवार को हुए इस सामूहिक आयोजन के बाद सोमवार को ग्रामीणों में उल्टी-दस्त की शिकायत शुरू हो गई थी।

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हालात बिगड़ने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में पहुंची और मरीजों का इलाज किया। हालांकि, मंगलवार को स्थिति और गंभीर हो गई, जिससे कई मरीजों को जिला अस्पताल रेफर करना पड़ा।

तीन डॉक्टरों की टीम गांव में तैनात

सोमवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गांव में शिविर लगाकर 300 मरीजों का इलाज किया, जिसमें से 91 लोगों को करैरा और सिरसौद अस्पताल रेफर किया गया। प्रारंभिक इलाज के बाद कई मरीज मंगलवार को घर लौट आए, लेकिन कुछ की तबीयत फिर बिगड़ गई।

इसके अलावा, कई नए ग्रामीण भी बीमार हो गए। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग ने मंगलवार को दोबारा गांव में शिविर लगाया, जहां तीन डॉक्टरों की टीम लगातार मरीजों का इलाज कर रही है।

फूड पॉइजनिंग का असर तीन दिन तक रह सकता है

सीबीएमओ करैरा डॉ. रोहित भदकारिया ने बताया कि फूड पॉइजनिंग का असर तीन दिन तक रह सकता है। करैरा में भर्ती कई मरीज बिना डिस्चार्ज हुए ही गांव लौट आए थे, जिनकी तबीयत फिर बिगड़ गई। अब तक करीब 500 ग्रामीण उल्टी-दस्त से पीड़ित हो चुके हैं, जिनमें से आठ को जिला अस्पताल रेफर किया गया है।

ग्रामीणों की हालत गंभीर, स्वास्थ्य विभाग सतर्क

गांव की पीड़ित ग्रामीण रामकली लोधी ने बताया कि जिन लोगों ने कल इलाज करवाया था, उनकी तबीयत फिर से बिगड़ गई है। पंचायत में करीब 500 लोग बीमार हैं, लेकिन इलाज के बावजूद राहत नहीं मिल रही।

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