वक्फ बोर्ड संशोधन बिल को लेकर यूपी सरकार में मंत्री रहे और बीजेपी के मुस्लिम चेहरे मोहसिन रजा ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि हम इस बिल का स्वागत करते हैं. पुराना वक्फ कानून कांग्रेस का पाप था. कांग्रेस ने पाकिस्तान बनवाने के बाद ‘वक्फकिस्तान’ बनवाने की तैयारी की थी, जिसे आज समय रहते मोदी सरकार ने ध्वस्त करने का काम किया है.
मोहसिन रजा ने कहा कि 1995 के वक्फ एक्ट और 2013 के संशोधन में जो बदलाव लाया जा रहा है वह देशहित और जनहित में है. पुराना वक्फ कानून कांग्रेस की एक सोची समझी साजिश थी. इसके तहत उसने वक्फ बोर्ड को जो अधिकार दिए थे, उन अधिकारों के माध्यम से देशभर में संपत्तियां अर्जित की गईं. पूरे देश के अंदर तमाम वो संपत्तियां भी जो वक्फ के दायरे में नहीं आती थीं, उन्हें भी वक्फ बोर्ड ने हासिल कर लिया. महज एक दशक में ये संपत्तियां 4 लाख एकड़ से 8 लाख एकड़ हो गईं.
बकौल मोहसिन रजा- दुनिया में इतना सशक्त कोई और बोर्ड नहीं है और ना इतनी किसी के पास संपत्ति है. ना सऊदी अरब में ना ओमान में. लेकिन हिंदुस्तान में ये काम कांग्रेस ने किया था. इसके पीछे कांग्रेस की एक साजिश थी कि एक और विभाजन कराया जाए. कांग्रेस एक विभाजन पहले कराकर पाकिस्तान बना चुकी थी अब वक्फ के जरिए ‘वक्फकिस्तान’ बनाया जा रहा था.
गौरतलब है कि विपक्षी कांग्रेस से लेकर समाजवादी पार्टी तक, कई विपक्षी दल वक्फ बिल के विरोध में हैं. सपा प्रमुख अखिलेश यादव वक्फ बिल के विरोध का पहले ही ऐलान कर चुके हैं. वहीं, कांग्रेस सांसद हिबी एडेन ने वक्फ बिल के विरोध में लोकसभा में नियम 72 के तहत नोटिस दिया है.
मामले में अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा है कि वक्फ बोर्ड का ये सब संशोधन भी बस एक बहाना है. रक्षा, रेल, नजूल लैंड की तरह जमीन बेचना निशाना है. वक्फ बोर्ड की जमीनें, डिफेंस लैंड, रेल लैंड, नज़ूल लैंड के बाद भाजपाइयों के लाभार्थ योजना की शृंखला की एक और कड़ी मात्र हैं. उन्होंने कहा कि बीजेपी क्यों नहीं खुलकर लिख देती- भाजपाई-हित में जारी. इस बात की लिखकर गारंटी दी जाए कि वक्फ बोर्ड की जमीनें बेची नहीं जाएंगी. बीजेपी रियल स्टेट कंपनी की तरह काम कर रही है. उसे अपने नाम में ‘जनता’ की जगह ‘जमीन’ लिखकर नया नामकरण कर देना चाहिए- भारतीय जमीन पार्टी.