लखीमपुर खीरी: गोला गोकर्णनाथ की काशीराम आवासीय कॉलोनी गुरुवार दोपहर अचानक अफरा-तफरी का केंद्र बन गई। दोपहर बाद भारी पुलिस बल, नगर पालिका कर्मी और लेखपालों के साथ प्रशासनिक अमला कॉलोनी पहुंचा और यहां रह रहे परिवारों को उनके घर खाली करने का फरमान सुनाया गया. जो लोग अभी तक अपना चूल्हा जलाने की तैयारी में थे अचानक, उनके लिए यह एक झटका था.
सामान फेंक देंगे, ताला लग जाएगा
नगर वासियों के अनुसार, प्रशासन ने बिना किसी पूर्व सूचना के मकान खाली कराने की कार्रवाई शुरू कर दी. कई परिवारों ने आरोप लगाया कि उन्हें न कोई नोटिस मिला, न कोई तारीख दी गई, न ही उनके पुनर्वास की कोई वैकल्पिक व्यवस्था बताई गई. कुछ महिलाओं ने रोते हुए बताया, “अधिकारियों ने कहा कि अगर अभी खाली नहीं किया तो सामान फेंक देंगे और घर पर सरकारी ताला जड़ देंगे.”
बेहोश होती महिलाएं, बिलखते बच्चे
मौके पर मची अफरा-तफरी के बीच कई महिलाएं बेहोश हो गईं. छोटे-छोटे बच्चों की चीख-पुकार माहौल को और भी भारी बना रही थी. अपने सिर की छत जाती देख वृद्ध महिलाएं और पुरुष भी बिलखते नज़र आए.
इन मकानों में कौन रह रहा था
प्रशासनिक सूत्रों के अनुसार, एसडीएम गोला के निर्देश पर यह कार्रवाई की जा रही है. जानकारी के मुताबिक कई आवास ऐसे पाए गए हैं जिनमें वो लोग रह रहे थे जिनके नाम पर मकान आवंटित नहीं हुआ था। ऐसे आवासों को चिन्हित कर खाली कराया जा रहा है. वहीं यह भी कहा जा रहा है कि गोला नगर में कॉरिडोर निर्माण के चलते जिन परिवारों को उजाड़ा गया था, उन्हें इन मकानों में बसाया जाना है.
सिफारिश वालों को छोड़ा गया– पीड़ितों का आरोप
काशीराम कॉलोनी के कई लोगों ने प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया है. उनका कहना है कि जिनके पास पहुंच और सिफारिश थी, उनके घरों को नहीं छुआ गया, जबकि गरीब और मजलूमों को सीधे सड़क पर ला खड़ा कर दिया गया.
प्रशासन मौन, सवाल अनगिनत
मामले से संबंधित जानकारी के लिए एसडीएम गोला को कई बार फोन किया गया लेकिन उनका फोन नहीं उठा, फिलहाल मौके पर मौजूद लेखपाल जयप्रकाश वर्मा ने बताया कि एसडीएम के आदेश पर ऐसे लोगों को चिन्हित किया जा रहा है जो दूसरे नाम से आवंटित आवास पर रह रहे हैं.
मौके पर मौजूद रहे लेखपाल जयप्रकाश वर्मा, नगर पालिका के कर्मचारी, क्राइम इंस्पेक्टर रविंद्र पांडेय और एस एस आई देवेंद्र सिंह ने कार्रवाई के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने का दावा किया, लेकिन लोगों के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे है.