कोरिया जिले के बैकुंठपुर में गुरुवार को एक युवक ने 8 साल की बच्ची पर स्कॉर्पियो चढ़ा दी थी जिससे मासूम का मौत हो गई थी, स्थानीय लोगों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था लेकिन उसी रात पुलिस ने आरोपी को छोड़ दिया।
मामला कोतवाली थाना क्षेत्र का है। घटना वाले दिन ही करीब 12 घंटे बाद ही आरोपी आयुष पैकरा (23) को रिहा किए जाने को लेकर परिजनों ने शुक्रवार सुबह थाने का घेराव कर दिया। गेट के सामने बच्ची का शव रख कर प्रदर्शन किया और सख्त कार्रवाई की मांग की है।
गेट और दीवार के बीच फस गई थी मासूम
बैकुंठपुर के प्रेमाबाग कॉलोनी में आयुष पैकरा स्कॉर्पियो में ड्राइविंग सीख रहा था तभी रफ्तार तेज होने से गाड़ी अनियंत्रित हो गई और शासकीय आवास के क्वार्टर की बाउंडरी को टक्कर मार दी। उसी वक्त 8 साल की हिमांशी वहां खेल रही थी वह गेट और दीवार के बीच दब गई।
परिजनों ने उसे तुरंत जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि वाहन को आयुष पैकरा चला रहा था। उसके साथ एक अन्य युवक भी था। स्थानीय लोगों ने आरोपी को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया।
गैर इरादतन हत्या की धारा लगाने की मांग
पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है। पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार सुबह प्रेमाबाग कॉलोनी के सैकड़ों लोग सिटी कोतवाली पहुंचे। वे बच्ची के शव के साथ थाने के बाहर धरने पर बैठ गए। प्रदर्शनकारियों ने आरोपी पर गैर इरादतन हत्या की धारा लगाने और सख्त कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने दिया आश्वासन
स्थिति को नियंत्रित करने के लिए एसडीओपी राजेश साहू मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों से बातचीत की और एफआईआर में दर्ज धाराओं की जानकारी दी। एसडीओपी राजेश साहू ने निष्पक्ष और कठोर कार्रवाई का आश्वासन दिया। जिसके बाद परिजनों ने प्रदर्शन खत्म किया। पूरे क्षेत्र में शोक और आक्रोश का माहौल है।