गुवाहाटी: दरांग जिले के मंगलदोई में जिस व्यक्ति का जनाजा निकालने के बाद दफन किया गया, वह रात को घर लौट आया. घटना स्थल मंगलदाई शहर के दक्षिण में मिसामारी रेत तट की है. दिन में परिवार के सदस्यों और लोगों ने मिलकर उमर अली नाम के शख्स की नमाज-ए-जनाजा अदा की. उमर उसी रात घर पहुंच गया. इसके बाद उसे देखने के लिए इलाके में चीख-पुकार मच गई.
घटना की जानकारी के मुताबिक मिसामारी का रहने वाला उमर अली नाम का युवक 22 मई से लापता था. उसके बाद परिजनों ने गुमशुदगी को लेकर मंगलदोई थाने में एफआईआर दर्ज कराई थी. पुलिस युवक की तलाश कर ही रही थी कि अचानक मिसामारी सैंडबैंक के लोगों की नजर एक शव पर पड़ी, जो फूली हुई हालत में था.
क्षत-विक्षत शव देखने के बाद चार के लोगों ने इसे उमर का शव होने का संदेह जताते हुए तुरंत पुलिस को सूचना दी. मंगलदोई पुलिस ने भी जरूरी कार्रवाई के बाद शव परिजनों को सौंप दिया. शनिवार को दिन में जनाजा निकाला गया.
शव की गलत पहचान : उसी रात को उमर अली घर पहुंच गया. यह देख घर वाले अवाक रह गए. पूछने पर उमर ने खुलासा किया कि वह बिना किसी को बताए काम की तलाश में घर से निकल गया था. वह पिछले कुछ दिनों से एक ही जगह पर काम कर रहा था.
लेकिन जैसे ही उमर के जनाजा की खबर इलाके में फैली, अचानक उमर के कुछ रिश्तेदारों ने उमर को एक बाजार में देखा और उसे घटना के बारे में बताया. यह खबर सुनते ही उमर अपने घर पहुंचा. कुल मिलाकर शव की गहत पहचान करने के कारण ऐसा हुआ. अब ये जांच का विषय है कि आखिर जिसका शव दफनाया गया, वह कौन था.