श्योपुर : कराहल पुलिस थाने में पदस्थ आरक्षक पर एक महिला ने रात्रि के दौरान घर में घुसकर बलात्कार किए जाने का आरोप लगाया है.पीडित महिला का आरोप है कि पानी पीने के बहाने आरक्षक रात्रि के दौरान जबरस्ती गेट में लात मारकर घर में घुस आया और जबरदस्ती बलात्कार कर दिया और फिर धमकी देकर भाग निकला.
पीडित महिला ने पुलिस अधीक्षक को मामले की शिकायत करते हुए न्याय की गुहार लगाई है.एसपी सुधीर कुमार अग्रवाल ने इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए एसडीओपी बडौदा को मामले की जांच करने के आदेश दे दिए है.एसपी का कहना है कि जांच रिपोर्ट के बाद इस मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.
कराहल थाना क्षेत्र निवासी महिला ने एसपी श्योपुर के नाम दिए आवेदन में आरोप लगाया है कि यह घटना 15 सितंबर की रात्रि के दौरान तब घटित हुई,जब कराहल थाने में पदस्थ पुलिस आरक्षक प्रदीप वित्तल डायल 112 पर ड्यूटी कर रहा था। पीडिता महिला का आरोप है कि 15 सितंबर को रात्रि के 12 बजे उक्त आरक्षक फोन लगाकर मुझसे बोला कि में तुम्हारे पास आ रहा हूं, तो मैने कहा कि इतनी रात्रि को मेरे पर आने का क्या काम है.
इस पर आरक्षक बोला कि मेरी डायल 112 पर ड्यूटी है और मुझे प्यास लगी है, आप सिर्फ मुझे पानी मिला देना.लेकिन मैने रात्रि के दौरान यह कहते हुए गेट खोलने से मना कर दिया कि घर पर कोई नहीं है, इसलिए मै गेट नहीं खोल सकती.पीडिता का आरोप है कि फोन काटने के बाद आरक्षक जबरदस्ती गेट पर लातमारकर मेरे घर के अंदर दाखिल हो गया और मेरे पास उसने जबरदस्ती बलात्कार कर दिया.यहां बता दें कि जिस आरक्षक पर महिला ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है,वह आरक्षक करीब सालभर से कराहल थाने में पदस्थ बताया है.
एसपी ने एसडीओपी को सौंपी मामले की जांच
म्हिला की शिकायत के बाद एसपी सुधीर कुमार अग्रवाल ने इस मामले में गंभीरता दिखाते हुए एसडीओपी बडौदा प्रवीण अष्ठाना को निर्देश दे दिए कि इस मामले की सच्चाई का पता किया जाए और मामला सत्य पाए जाने पर इसमें नियमानुसार कार्रवाई की जाए.एसपी के निर्देश के बाद एसडीओपी ने इस मामले में जांच की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इस मामले की जांच एसडीओपी द्वारा शुरू किए जाने के बाद कराहल थाना पुलिस भी हरकत में आ गई है.
एसपी बोले मामले की सत्यता पता करने के निर्देश दिए गए
इस मामले में एसपी सुधीर कुमार अग्रवाल ने बताया कि एसडीओपी बडौदा को इस मामले की सत्यता पता करने के निर्देश दिए गए है.जांच के बाद मामले में नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी.