उत्तर प्रदेश के उन्नाव में पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है, जहां लूट का एक आरोपी पुलिसकर्मियों को चकमा देकर चौकी से हथकड़ी सहित फरार हो गया. हैरानी की बात यह रही कि इस दौरान पुलिसवाले क्रिकेट खेलने में व्यस्त थे. आरोपी के भागने की खबर जैसे ही अधिकारियों को लगी पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया. फिलहाल, फरार आरोपी की तलाश में टीमें लगा दी गई हैं. अब लापरवाह पुलिसकर्मियों पर एक्शन लेने की तैयारी है.
दरअसल, 9 सितंबर को उन्नाव के एक बैंक मित्र से 3 लाख रुपये से अधिक लूट हुई थी. बाइक सवार तीन बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया था. शिकायत मिलने के बाद पुलिस जांच में जुटी हुई थी. इस दौरान एक आरोपी अश्विनी को मुठभेड़ के दौरान पकड़ लिया गया. पूछताछ में दो अन्य आरोपियों मुस्ताक व लकी के नाम सामने आए. हालांकि, कुछ दिन बाद मुस्ताक को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. मगर लकी फरार चल रहा था.
बताया जा रहा है कि फतेहपुर चौरासी के ऊगू चौकी प्रभारी के पास इस मामले की विवेचना थी. चौकी प्रभारी अजय शर्मा और उनकी टीम लकी की तलाश कर रही थी. बीते बुधवार को लकी को दबोच लिया गया. लेकिन उसे थाना में दाखिल ना कर ऊगू चौकी ले जाया गया. यहां शाम को चौकी प्रभारी किसी काम से बाहर चले गए और आरोपी लकी की निगरानी चौकी में तैनात दो सिपाही विकास गंगवार और अतुल यादव को दे गए.
चौकी से भाग गया आरोपी
आरोप है कि सिपाहियों ने लकी को हथकड़ी लगाकर चौकी में बैठा दिया और वहीं क्रिकेट मैच खेलने लगे. इसी दौरान लकी चौकी से हथकड़ी के साथ ही भाग निकला. कुछ देर बाद सिपाहियों को उसके भागने की बात पता चली तो उनके होश उड़ गए. उन्होंने फौरन मामले की जानकारी थानाध्यक्ष को देते हुए चौकी इंचार्ज को खबर दी.
जिसके बाद मौके पर पहुंचे थानाध्यक्ष ने चौकी इंचार्ज और दोनों सिपाहियों को कड़ी फटकार लगाई. वहीं, जैसे ही मामले की जानकारी एसपी को हुई तो उनकी तरफ से आरोपी को पकड़ने के लिए कई टीमें लगा दी गईं. अब टीमें जिले से लेकर जिले के बाहर तक उसकी तलाश कर रही हैं. फरार हुआ आरोपी लकी उन्नाव के बांगरमऊ थाना क्षेत्र का रहने वाला है.
ऐसे हुई थी लूट
मालूम हो कि 9 सितंबर को आसीवन थाना क्षेत्र के टिकरा कुमेदान गांव निवासी छेदनू प्रसाद से बाइक सवार बदमाशो ने तमंचे के बल पर 3 लाख 35 हजार लूट लिए थे. पीड़ित छेदनू कुरसठ में एसबीआई बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र व कैफे संचालित करता है. घटना वाले दिन शाम 5 बजे छेदनू सफीपुर एसबीआई ब्रांच से 3 लाख 35 हजार रुपये निकालकर अपनी दुकान जा रहा था, तभी मिश्रा कोठी के पास बाइक सवार तीन बदमाशो ने उससे तमंचे के बल पर लूट की घटना को अंजाम दिया था. लूट की घटना की सूचना पर लखनऊ जोन आईजी प्रशांत कुमार भी मौके पर पहुंचे थे और पीड़ित से बातचीत कर एसपी दीपक भूकर को आरोपियों को जल्द पकड़ने का आदेश दिया था.
19 सितंबर को लुटेरों की तलाश में लगी पुलिस की लुटेरों से मुठभेड़ हो गई थी, जिसमें एक आरोपी अश्विनी कुमार पुलिस की गोली से घायल हो गया था और उसका एक साथी पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया था. पूछताछ में लकी और मुस्ताक के नाम सामने आए थे, जो लूट की घटना में शामिल थे. कुछ दिन बाद पुलिस ने मुस्ताक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था, जबकि एक आरोपी लकी फरार था.