श्योपुर : कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अर्पित वर्मा ने बीएसएनएल सहित विभिन्न टेलीकॉम कंपनियों के प्रतिनिधियों को निर्देश दिये कि एनएच-552 श्योपुर से वीरपुर तथा श्योपुर से शिवपुरी मार्ग को नेटवर्क से कवरेज किया जायें। उन्होने कहा कि इन सडक मार्गो पर ऐसे स्थान जहां नेटवर्क नही आते है, उन स्थानों पर पर्याप्त संख्या में टावर लगाकर नेटवर्क की सुविधा उपलब्ध कराई जायें.
उन्होने बीएसएनएल के जेटीओ आंनद बाबू को निर्देश दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों में लगाये गये टावर से नेटवर्क की सुविधा निरंतर संचालित रहें तथा जिन 6 टावर पर टेस्टिंग चल रही है, उन्हें भी नियमित रूप से शुरू किया जायें. इसके साथ ही जिले के ऐसे स्थान जहां नेटवर्क की आवश्यकता है.
उन स्थानों का आंकलन कर टावर लगाने के प्रस्ताव भेजे जायें. बैठक में बताया गया कि श्योपुर, कराहल एवं श्यामपुर रोड को कवर करने के लिए जीयो द्वारा कलमी, गोरस, कराहल तथा एयरटेल द्वारा ओछापुरा में टावर लगाये जायेगे.
बीएसएनएल के जेटीओ आंनद बाबू ने बताया कि श्योपुर जिले में पूर्व से 18 टावर कार्य कर रहे है, हाल ही में ग्रामीण क्षेत्र में 30 टावर लगाकर शुरू कर दिये गये है, इसके साथ ही 6 स्थानों पर टेस्टिंग का कार्य चल रहा है, जिले में बीएसएनएल के कुल 54 टावर है. इसके साथ ही 20 स्थानों पर नेटवर्क सुविधा उपलब्ध कराने के लिए नये प्रस्ताव बनाकर भेजे गये है.
एयरटेल के प्रतिनिधि ने जानकारी दी कि उनके 90 टावर जिले में नेटवर्क सुविधा प्रदान कर रहे है, हाल ही में ओछापुरा, बर्धाबुजुर्ग, श्योपुर के चूडी मार्केट तथा ढेगदा में नये टावर लगाकर शुरू कर दिये गये है, अगले एक महीने में बुढेरा, गोरस, बरगवा, पानडी एवं कलेक्ट्रेट क्षेत्र में टावर चालू कर दिये जायेगे.
वोडाफोन एवं आइडिया के प्रतिनिधि ने बताया कि वीआई द्वारा जिले में 47 टावर संचालित किये जा रहे है, हाल ही में ढेगदा, चंबल कॉलोनी में दो स्थानों पर, पोस्ट आफिस, बडौदा, किला श्योपुर में टावर लगाये गये है.
इसके अलावा बडौदा में दो स्थानों पर, सलमान्या, चन्द्रपुरा, खातौली तिराहा, माकडोद, अजापुरा, ढोढपुर, गुरनावदा में नये टावर लगाये जायेगे। जीयों के प्रतिनिधि ने जानकारी दी कि उनके कुल 130 टावर संचालित है, हाल ही में बस स्टैण्ड श्योपुर, कुम्हार खेडली, रेलवे स्टेशन, ब्लॉक कॉलोनी, मानपुर में टावर लगाये गये है, इसके साथ ही कलमी, गोरस, कराहल तथा कलेक्ट्रेट क्षेत्र में नवीन टावर लगाये जायेगे.
जंगल या सड़क पर नेटवर्क न मिलने से कई समस्याएं हो सकती हैं
आपातकाल में मदद न मिल पाना: अगर आपको या किसी और को चोट लग जाती है या कोई और आपात स्थिति होती है, तो आप तुरंत मदद के लिए कॉल नहीं कर पाएंगे.
रास्ता भटक जाना:अगर आप जंगल में रास्ता भटक जाते हैं, तो नेटवर्क न होने से आप किसी को लोकेशन नहीं बता पाएंगे और मदद के लिए संपर्क नहीं कर पाएंगे.
संचार का अभाव:नेटवर्क न होने से आप अपने परिवार, दोस्तों या किसी अन्य व्यक्ति से संपर्क नहीं कर पाएंगे.
ऑनलाइन सुविधाओं का लाभ न मिलना:अगर आप किसी ऑनलाइन योजना या सुविधा का लाभ लेने की कोशिश कर रहे हैं, तो नेटवर्क न होने से आप ऐसा नहीं कर पाएंगे.
भोजन और पानी की कमी:अगर आप जंगल में फंस जाते हैं और नेटवर्क नहीं मिल रहा है, तो आप किसी से मदद नहीं मांग पाएंगे और आपको भोजन और पानी की कमी हो सकती है.
जानवरों से खतरा:नेटवर्क न होने से आप किसी से मदद नहीं मांग पाएंगे और अगर आपको कोई जानवर हमला करता है तो आप सुरक्षित नहीं रह पाएंगे
लोगों ने कहा कलेक्टर के इस कार्य की सराहना की जाए उतनी कम है: लोगों ने कहा कि भारत आज भी 5G नेटवर्क की तरफ कदम बढ़ा रहा हो।लेकिन श्योपुर जिले में कई ऐसे गांव और जंगल में सड़क मार्ग है. जहां नेटवर्क उपलब्ध तक नहीं है.जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.कलेक्टर अर्पित वर्मा ने टेलीकॉम कंपनियों के साथ बैठक कर एक सराहनीय कदम उठाया है।जिससे नागरिकों को लाभ मिलेगा.