बिहार के उपमुख्यमंत्री और कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने सोमवार को आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के एग्री बिजनेस मैनेजमेंट सभागार में संबोधित किया. बिहार सरकार के विकसित कृषि संकल्प अभियान को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी सारी सभ्यता कृषि पर निर्भर करती है. होली हो या दीवाली, त्योहारों की परंपरा के अनुसार हमारे घरों में पकवान भी अलग-अलग बनते हैं.
उन्होंने कृषि को चमत्कारीय शक्ति का दर्जा देते हुए कहा कि किसान खेतों में एक बीज डालता है तो उससे कई पौधे निकलते हैं. वर्तमान समय में किसानों को वैज्ञानिक तकनीक से जोड़ने और सरकार की योजनाओं को किसानों तक पहुंचाने की जरूरत है. उप मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार की निकटता देश की अर्थव्यवस्था को बदल सकता है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि बिहार में मक्का, गेहूं और धान के क्षेत्र में दोगुना उत्पादन हुआ है. हम बिहार को उत्पादक के रूप में ही नहीं निर्यातक के रूप में विकसित करने का कार्य कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि मिट्टी की सेहत में सुधार और जलसंचय को बढ़ावा देने की जरूरत है.
डिप्टी सीएम ने कहा कि इस अभियान का मुख्य लक्ष्य वैज्ञानिक खेती की तकनीकों से किसानों को जोड़कर उत्पादकता बढ़ाना है. इस पहल के तहत 65,000 से अधिक गांवों में किसानों से संवाद किया जाएगा तो विकसित भारत 2047 के संकल्प के सपने को यह सरकार आसानी के साथ पूरा कर लेगी.
उप मुख्यमंत्री-सह-कृषि मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज-अयोध्या में किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि भगवान श्रीराम की जन्मभूमि एवं भगवान मर्यादापुरुषोत्तम की तपोभूमि अयोध्या में स्थित आचार्य नरेन्द्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज-अयोध्या में राष्ट्रव्यापी कृषि संकल्प अभियान के अंतर्गत अयोध्या नगरी से आए सैकड़ों किसानों से सीधा संवाद किया, कृषि के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों पर चर्चा की, किसानों के अनुभवों को सुना, उनकी समस्याओं और समाधान की दिशा में विचार साझा किए और उन्हें सम्मानित कर भारतीय किसान की गरिमा को नमन किया.
उन्होंने कहा कि इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, विश्वविद्यालय के कुलपति कर्नल डॉ. बिजेन्द्र सिंह को हृदय से धन्यवाद देता हूं, जिन्होंने इस संवादशील मंच का आयोजन कर किसानों, विद्यार्थियों और कृषि वैज्ञानिकों को एक साथ जोड़कर आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को और दृढ़ किया.
आचार्य नरेंद्र देव नाम ही एक विचार है. वे एक महान स्वतंत्रता सेनानी, प्रखर शिक्षाविद्, और किसानों व श्रमिकों के सच्चे मसीहा रहे. उन्होंने हमेशा कहा कि जब तक गांव नहीं बदलेगा, भारत नहीं बदलेगा.आज उनके नाम पर बना यह विश्वविद्यालय उनके विचारों और सपनों को मूर्त रूप देने का कार्य कर रहा है. कुछ प्रमुख पहलें जो हम बिहार में कर रहे हैं, उन्हें मैं आपसे साझा करना चाहूंगा:
🔸 सीड हब की स्थापना हर जिले में गुणवत्ता वाले बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित करने की योजना तेज़ी से लागू हो रही है. 🔸 कृषि को उद्यम से जोड़ना किसानों को अब उत्पादक ही नहीं, प्रोसेसर और निर्यातक भी बनाया जा रहा है. 🔸 फसल विविधीकरण व मूल्य संवर्धन मक्का, सब्जी, फल व औषधीय खेती पर विशेष बल. 🔸 डिजिटल कृषि मिशन खेतों में ड्रोन, सैटेलाइट, और एआई तकनीक का इस्तेमाल आरंभ. 🔸 जलवायु अनुकूल कृषि तथा मिलेटस की खेती और प्रोटीन युक्त अनाजों को बढ़ावा.
इस कार्यक्रम में आठ जनपद के किसानों ने हिस्सा लिया. कृषि में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चार प्रगतिशील किसानों मंशाराम, राजबहादुर वर्मा, सुरेंद्र सिंह, रमाशंकर को उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने अपने हाथों सम्मानित किया. इस मौके पर विवि के समस्त अधिष्ठाता, निदेशक, वैज्ञानिक, आठ जनपद के किसान, अयोध्या के कृषि अधिकारी एवं छात्र-छात्राएं मौजूद रहे.