शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मुंबई के शिवाजी पार्क में आयोजित दशहरा रैली में केंद्र और महाराष्ट्र सरकार पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि जो लोग सत्ता में हैं, वे महाराष्ट्र के लोगों के साथ अन्याय कर रहे हैं. किसानों और आम जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा अमीबा जैसी हो गई है, शरीर में प्रवेश करने पर पेट में दर्द होता है और समाज में प्रवेश करने पर शांति भंग होती है.
उद्धव ठाकरे ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे पर भी तंज कसा. उन्होंने कहा कि जो महाराष्ट्र सरकार और बीजेपी कर रही है, वह महाराष्ट्र और मराठी लोगों के हित के खिलाफ है. उद्धव ने कहा कि वह जब मुख्यमंत्री थे, तब किसानों के कर्ज माफ किए थे, लेकिन अब केंद्र और राज्य सरकार किसानों के लिए आवश्यक मदद नहीं दे रही. उन्होंने 2017 के लोन माफी के मामलों का हवाला देते हुए सवाल उठाया कि जब ये काम वह कर सकते थे तो अब क्यों नहीं हो रहा.
उद्धव ने महाराष्ट्र और मराठी समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी पर जोर देते हुए कहा कि मराठी भाषा और संस्कृति की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता है. उद्धव ने चेतावनी दी कि मराठी लोगों और मुंबई को किसी बाहरी तत्व के हवाले नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि बीजेपी सत्ता में रहते हुए केवल राजनीतिक लाभ के लिए जनता को बांट रही है और राज्य की समस्याओं को नजरअंदाज कर रही है.
दशहरा रैली में उद्धव ने कहा कि असली शिवसेना आज भी हमारे पास है. उन्होंने लद्दाख के सोशल एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी पर कहा कि सोनम एक देशभक्त हैं, जिन्होंने लेह-लद्दाख के सुदूर इलाकों में जी-जान से काम किया, भारतीय सेना के लिए सौर ऊर्जा तकनीक का आविष्कार किया, पानी की कमी को दूर करने के लिए काम किया, उनके अधिकारों के लिए आंदोलन किया, वे लड़ रहे हैं, भूख हड़ताल कर रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री ने उन्हें जेल में डाल दिया. उन्होंने कहा कि जब तक वांगचुक प्रधानमंत्री के बारे में अच्छी बातें नहीं कह रहे थे, तब तक पीएम को कोई आपत्ति नहीं थी.
उद्धव ठाकरे ने केंद्र और महाराष्ट्र सरकार की नीतियों पर भी सवाल उठाए. उद्धव ने कहा कि मेट्रो, बांध और अन्य बुनियादी ढांचे के काम अधूरे छोड़ दिए गए हैं और मुंबई में बाढ़ जैसी आपदा में भी कोई उचित कदम नहीं उठाया गया. उन्होंने कहा कि जो लोग भ्रष्टाचार में पकड़े जा रहे हैं, उनके मंत्री सुरक्षित हैं और विपक्ष या कार्यकर्ता की आवाज दबाई जा रही है.
उन्होंने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप जीएसटी के खत्म होने का जश्न मना रहे हैं, क्या इसकी शुरुआत नेहरू ने की थी? इसकी शुरुआत किसने की थी? उन्होंने कहा कि मुझे एक फिल्म का दृश्य याद है जहां कीमतें तीन गुनी कर दी जाती हैं, फिर बाद में कम कर दी जाती हैं. वर्तमान में भी ऐसा ही हो रहा है.