पिछले दिनों ओडिशा के कटक जिले में 13 दिसंबर को काठजोडी नदी के किनारे एक महिला का शव मिला था. पुलिस की गहनता से जांच के बावजूद शव की पहचान कोई नहीं कर पाया था और ना ही किसी ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. मामले ने एक अजीब मोड़ लिया है, जब पुलिस को शव के पास से ऐसी चीज़ मिली है, जिसने कई राज खोल दिए.
ओडिशा पुलिस को शव के पास से एक खून से सनी डार्क ग्रे कसर की पैंट मिली. पुलिस ने जब पैंट की जांच की, तो उसके पॉकेट में एक टेलर शॉप की रसीद मिली, जिस पर एक आदमी के शरीर के माप भी लिखे हुए थे. रसीद में ‘न्यू स्टार टेलर्स’ नाम लिखा हुआ था और उस पर 3833 नंबर भी था.
पुलिस ने इस टेलर का पता लगाने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया और आसपास के गांवों में पूछताछ शुरू कर दी. जल्द ही एक व्यक्ति ने बताया कि ‘न्यू स्टार टेलर्स’ नाम की दुकान ओडिशा में नहीं, बल्कि गुजरात के सूरत शहर में है. यह सूचना पुलिस को 1600 किलोमीटर दूर सूरत के एक टेलर तक ले गई.
सूरत में मिले सुराग, गिरफ्तारी का सिलसिला हुआ शुरू
सूरत में पुलिस ने 14 ‘न्यू स्टार टेलर्स’ दुकानों में से एक दुकान को ट्रैक किया. भंजनगर इलाके में एक दुकान में पुलिस को सुराग मिला, जिसकी रसीद में ‘बाबू’ नाम का उल्लेख था. पुलिस ने बिना देरी किए मोबाइल नंबर और सीसीटीवी फुटेज से उसकी तस्वीर निकाल कर ओडिशा भेज दिया.
पुलिस की जांच में जगन्नाथ दुहरी नाम के शख्स की गिरफ्तारी हुई, जो सूरत के एक पावरलूम फैक्ट्री में काम करता था. जगन्नाथ दुहरी को ओडिशा के रायगड़ा रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया. हत्या में उसके साथ उसका भाई बलराम और कजिन हपी दुहरी भी शामिल था.
अवैध संबंध होने का शक
पुलिस की पूछताछ में पता चला कि बलराम को अपनी पत्नी पद्मबती पर अवैध संबंध होने का शक था, जिसके कारण तीनों ने मिलकर पद्मबती की हत्या कर दी थी. इस मामले में जगन्नाथ और उसके दो साथियों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया है और उन्हें कोर्ट में पेश किया गया.
इस केस में पुलिस ने पूरी जांच प्रक्रिया में सोशल मीडिया, तकनीकी निगरानी और ऑन-ग्राउंड प्रयासों का इस्तेमाल किया. यह घटना यह दिखाती है कि तकनीकी निगरानी और सूचनाओं के आदान-प्रदान के जरिए अपराधियों तक पहुंचना आजकल कितना संभव हो गया है.