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भारत के ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स उद्योग का उदय: Delhivery और Shiprocket का इनोवेशन

आर्थिक योगदान: भारत के सकल घरेलू उत्पाद में लॉजिस्टिक्स का योगदान लगभग 13-14% है, जो आर्थिक विकास में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित करता है।

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मुख्य खिलाड़ी:

डेल्हिवरी:

– ई-कॉमर्स दिग्गज अमेज़न और फ्लिपकार्ट सहित लगभग 30,000 व्यवसायों को सेवा प्रदान करता है।

– भारत के 18,600 से अधिक पिन कोड को कवर करते हुए 220 से अधिक देशों में परिचालन करता है।

– 2023 तक ई-कॉमर्स शिपमेंट में 21.5% की बाजार हिस्सेदारी रखता है।

– ड्रोन डिलीवरी तकनीक और व्यापक वेयरहाउसिंग सुविधाओं के साथ नवाचार करना जारी रखता है।

शिपरॉकेट:

– छोटे और मध्यम आकार के उद्यमों (एसएमई) के लिए निर्बाध लॉजिस्टिक्स समाधान प्रदान करने के लिए जाना जाता है।

– अंतिम-मील डिलीवरी दक्षता को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करते हुए, बढ़ती बाजार हिस्सेदारी रखता है।

– ई-कॉमर्स व्यवसायों के लिए शिपिंग प्रक्रिया को कारगर बनाने के लिए प्रौद्योगिकी-संचालित समाधानों में भारी निवेश करता है।

बुनियादी ढांचा और नवाचार:

– डेल्हिवरी के पास 1.92 करोड़ वर्ग फुट का गोदाम है और हाल ही में इसने ड्रोन डिलीवरी में कदम रखा है।

– शिपरॉकेट डिलीवरी मार्गों को अनुकूलित करने और ग्राहक अनुभव को बेहतर बनाने के लिए AI और मशीन लर्निंग पर जोर देता है।

डेल्हिवरी के लिए वित्तीय मुख्य बिंदु:

– 2022 में सार्वजनिक हुआ, वित्त वर्ष 2023 की पहली तिमाही में 11 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया।

– राजस्व में 13% की वृद्धि हुई, कुल 2,172 करोड़ रुपये।

वैश्विक और घरेलू विकास:

– औसत भारतीय उपभोक्ता को वर्तमान में सालाना 4-5 डिलीवरी मिलती है, जबकि चीन में यह 70 है।

– भारत में डिलीवरी आवृत्ति में वृद्धि होने का अनुमान है, जो प्रति वर्ष 4-5 गुना की दर से बढ़ रही है।

रणनीतिक फोकस:

– डेल्हिवरी: राजस्व धाराओं में आईटी बुनियादी ढांचे में चल रहे निवेश के साथ B2B और B2C दोनों खंड शामिल हैं।

– शिपरॉकेट: अंतिम मील डिलीवरी और ग्राहक संतुष्टि को अनुकूलित करने पर ध्यान केंद्रित करते हुए एसएमई लॉजिस्टिक्स को प्राथमिकता देता है।

नेतृत्व अंतर्दृष्टि:

– डेल्हिवरी के सीईओ साहिल बरुआ निर्णय लेने में स्पष्टता और अनुकूलनशीलता के महत्व पर जोर देते हैं।

– शिपरॉकेट लॉजिस्टिक्स बाजार के बड़े हिस्से पर कब्जा करने के लिए तकनीक-संचालित नवाचार पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखता है।

भविष्य की दिशा:

– डेल्हिवरी और शिपरॉकेट दोनों ही भारत के उभरते लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में सबसे आगे हैं, जो नवाचार और दक्षता को आगे बढ़ा रहे हैं।

चूंकि ये दो नवोन्मेषी कंपनियां नेतृत्व कर रही हैं, इसलिए भारत का ई-कॉमर्स लॉजिस्टिक्स उद्योग परिवर्तनकारी विकास के लिए तैयार है।

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लेखक: अमनदीप सिंह

डायरेक्टर, Gift Kya De

ई-कॉमर्स एक्सपर्ट

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